पसराहा. बाल मजदूरी रोकने के सारे उपाय जिले में निष्क्रिय हो चुके हैं. श्रम विभाग भी गहरी नींद ले रहा है. यही कारण है जिले में बाल मजदूरी का दायरा बढ़ता जा रहा है. बाल मजदूरी पहले छोटे बड़े होटलों में खुलेआम हो रही थी. लेकिन देखते ही देखते बाल मजदूरी अब माल वाहक गाड़ी पर भी खुलेआम होने लगी है.
उल्लेखनीय है कि अब प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न दुग्ध कंपनी की गाड़ी दुग्ध एकत्रित करने के लिए माल वाहक गाड़ी का प्रयोग करते हैं. इस दुग्ध कंपनी की गाड़ी पर खुलेआम बाल मजदूरी का नजारा देखने को मिला. विदित हो कि दुग्ध कंपनी की गाड़ी जिले के पड़ोसी जिला भागलपुर, बेगूसराय से जिले में दुग्ध एकत्रित करने के लिए जिले के विभिन्न गांवों में जा कर दुग्ध एकत्रित कर पुन: लौटते हैं.
यही नहीं प्रत्येक दिन शाम एवं सुबह जिले में दुग्ध गाड़ी दुग्ध उत्पाद सहयोग समिति को दुग्ध एकत्रित करते हैं. फिर भी किसी अधिकारी की जनर इस बाल मजदूर पर नहीं पड़ते हैं. आखिर यह अपने पेट की आग मिटाने के लिए अपने शरीर के वजन से ज्यादा वजन उठा कर पेट की आग मिटाते हैं.