दंड . शराब बेचना पड़ा महंगा, जीविका दीदी ने पंचायत में दारू किया नष्ट
Advertisement
पिटाई करने के बाद थूक चटवाया
दंड . शराब बेचना पड़ा महंगा, जीविका दीदी ने पंचायत में दारू किया नष्ट शराबबंदी के बाद जीविका दीदी व महिलाएं शराबियों को बख्शने के मूड में नहीं हैं. फलका में जीविकी दीदी ने गांव के महिलाओं के साथ शराब बेचने वालो को जमकर पीटा व भरी पंचायत में थूक चटवाने के साथ ही कसम […]
शराबबंदी के बाद जीविका दीदी व महिलाएं शराबियों को बख्शने के मूड में नहीं हैं. फलका में जीविकी दीदी ने गांव के महिलाओं के साथ शराब बेचने वालो को जमकर पीटा व भरी पंचायत में थूक चटवाने के साथ ही कसम िदलवायी की आज से न तो वह शराब पीयेगा और न ही बेचेगा. महिलाओं के इस कदम से शराबियों में हड़कंप मचा हुआ है.
फलका : शराबबंदी कानून को जमीन पर उतारने के लिए सीएम नीतीश कुमार के कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए जीविका दीदी और गांव की महिला तैयार हैं. सोमवार को फलका थाना क्षेत्र के हथवाड़ा पंचायत के फुलडोभी यादव टोला गांव की जीविका दीदी और सभी महिलाओं ने एकजुट होकर कुछ ऐसा किया कि शराबियों के होश फाख्ता हो गये. जानकारी के अनुसार फलका थाना के फुलडोभी यादव टोला गांव में शराब बंदी कानून लागू होने के बाद भी गांव निवासी रौशन यादव द्वारा बराबर देसी शराब बेचा जाता था. पूर्व में एक बार गांववासियों ने उसे जेल भी भिजवाया था.
महिलाएं अपने पतियों और बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ते देख परेशान थीं. आखिरकार जीविका दीदी ने गांव से यह बुराई हटाने का जिम्मा लिया. इसमें गांव की अन्य महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर साथ दिया. सोमवार को शराब विक्रेता रौशन यादव को जीविका दीदी सहित अन्य महिलाओं तीन गैलन देसी शराब के साथ पकड़कर पहले उसकी जमकर धुनाई की. बाद में गांव में पंचायत हुई.
कहती हैं मुखिया : मुखिया रूबी देवी ने नीतीश सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि लागू कानून जनहित का कानून है. सरकार और कानून के साथ-साथ जन-जन को जागरूक होना होगा. जैसे की आज जीविका दीदी और गांव की सभी महिलाओं ने गांव में शराब पीने और बेचने के खिलाफ कमर कसी है. यह काबिले तारीफ है. इसका सभी को समर्थन करना चाहिए.
शराब िवक्रेता से पंचायत में उठक-बैठक करवातीं महिलाएं.
तीन गैलन देसी शराब के साथ विक्रेता को पकड़ा
मामला फलका थाना के फुलडोभी यादव टोला का
बेटी ने भी दी शराबी पिता को नसीहत
शराब न पीने व बेचने की दिलवायी कसम
गांव में पंचायत के दाैरान महिलाओं ने बरामद शराब नष्ट कर दिया. साथ ही अब कभी भी शराब न बेचने और पीने का बांड बनाया गया. शराब बेचने के आरोप में पंचायत में सजा के रूप में शन यादव से बीच पंचायत में कान पकड़ कर उठक बैठक करवा कर थूक् चटवाया और कसम दिलवायी कि अब से न तो शराब बेचेगा और न ही पीयेगा. इतना ही नहीं शराब विक्रेता की छोटी पुत्री रुचि कुमारी जो वर्ग 5 में पढ़ती है उसने भी पिता को नसीहत दी. पापा शराब अच्छी चीज नहीं है
. महिलाओं के इस जज्बे को जहां गांव के लोगों द्वारा सराहा जा रहा है, वहीं चोरी से शराब पीने और बेचने वालों में हड़कंप है. गांव के सरपंच व महिला मुखिया रूबी देवी सहित अन्य लोगों ने जीविका की तारीफ की. इस अभियान का नेतृत्व गौरी संतोषी जीविका ग्रुप की सचिव मंजूदेवी कर रही थीं. कोषाध्यक्ष मीना देवी, दीदी अनीता देवी,
पोहित्री देवी और गायत्री ग्रुप की अध्यक्ष मीणा देवी, सचिव अनीता देवी, शांति देवी, मीरा देवी सहित वार्ड सदस्य वेदानंद मिस्त्री समेत दर्जनों महिलाएं और पुरुषों ने मिलकर शराब के खिलाफ इस अभियान को सफल बनाया.
जाम झेलना लोगों की दिनचर्या में है शामिल
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement