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महानंदा नदी का बांध काटा, फैला पानी
बाढ़पीड़ितों की कम नहीं हो रही परेशानी, राहत का इंतजार भय से लोगों ने खाली किया गांव कटिहार : जिले में महानंदा नदी पूरे उफान पर है. बुधवार को महानंदा नदी के दायें तटबंध को कचोरा व कुरसेला के बीच परतीबाड़ी के पास स्थानीय लोगों ने काट दिया. इससे बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों में […]
बाढ़पीड़ितों की कम नहीं हो रही परेशानी, राहत का इंतजार
भय से लोगों ने खाली किया गांव
कटिहार : जिले में महानंदा नदी पूरे उफान पर है. बुधवार को महानंदा नदी के दायें तटबंध को कचोरा व कुरसेला के बीच परतीबाड़ी के पास स्थानीय लोगों ने काट दिया. इससे बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों में घुस गया है. तटबंध काटे जाने से कदवा सहित आसपास के प्रखंडों में दहशत है. आसपास के गांवों ने डर से गांव खाली कर दिया है. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल नष्ट हो गयी है.
सहरसा : फनगो हॉल्ट पर कटाव जारी, बचाव कार्य जारी
कोसी बराज से पानी छोड़े जाने के कारण कोसी के जल स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. जल स्तर में वृद्धि के कारण सहरसा-मानसी रेलखंड पर फनगो हॉल्ट के पास बुधवार को भी कटाव जारी रहा. कटाव रोकने के लिए कटाव स्थल पर अधिकारी तैनात रहे. बृहत पैमाने पर बोल्डर क्रेटिंग काम काम चलता रहा.
सुपौल : पलायन कर रहे लोग, डूबने से एक की मौत
बाढ़ की त्रासदी झेल रहे लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में पलायन कर रहे हैं. बुधवार को मौजहा पंचायत के पंचगछिया गांव स्थित वार्ड नंबर 14 निवासी राजेंद्र यादव की डूबने से मौत हो गयी. वे घर से सामान निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए जा रहे थे.
किशनगंज : नदियों के जल स्तर में आयी गिरावट, थोड़ी राहत
बुधवार को नदियों के जल स्तर में आयी गिरावट के बाद बाढ़ से घिरे गांवों के बाढ़ पीड़ितों ने राहत की सांस ली. ठाकुरगंज प्रखंड के भौलमारा, खारुदह, जिरनगच्छ, तातपौआ आदि पंचायतों में बाढ़ पीड़ित अब भी सरकारी राहत के भरोसे अपना काम चला रहे हैं.
बगहा : दियारे के कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
मंगलवार की रात गंडक नदी में तीन लाख 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इससे गंडक नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है. नदी के किनारे व निचले क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों के घरों के पीछे तक पानी पहुंच गया है. वहीं नगर के गोड़ियापट्टी मुहल्ला स्थित शिवमंदिर कुटी के समीप मुख्य सड़क के रास्ते प्रवेश करना शुरू कर दिया है. गंडक नदी में पानी बढ़ने से सुरक्षा बांध धंस रहा है. पिपरासी प्रखंड लगभग 800 घरों में पानी प्रवेश कर गया है.
मधुबनी : बाढ़ के भय से पलायन को मजबूर हैं लोग
गंडक नदी में जल स्तर बढ़ने के साथ ही धनहा -रतवल पुल के निचले एवं अगले हिस्से में गन्ने एवं धान की फसलें डूब चुकी है. दियारे के सभी लोग ऊंचे स्थानों की तरफ पलायन कर गये हैं.
बेनीपट्टी : लापरवाही से धौंस नदी का तटबंध टूटा
अधवारा समूह की नदियों में जल स्तर बढ़ने से बुधवार की अहले सुबह करहुंआ स्थित धौंस नदी का तटबंध टूट गया. पानी का दवाब बढ़ते ही बांध रेत की दीवाल की तरह ढह गयी.
गोपालगंज : बाढ़ के पानी में दौड़ा करेंट, युवक की मौत
कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहिनिया में घर से सामान लेकर निकलते वक्त एक युवक बिजली के करेंट की चपेट में आने से हो गयी थी़ विशंभरपुर थाने के कालामटिहिनिया गांव के उदय सिंह के पुत्र आनंद मोहन बुधवार को बोलेरो पर सामान लेकर निकल रहा था. जैसे ही आगे बढ़ा की बांस रास्ते पर गिर आया. बांस को हटाने के क्रम में करेंट दौड़ गया.
कटिहार के कदवा में बचाव कार्य में जुटी सेना
पटना : कटिहार के कदवा, किशनगंज और पूर्णिया में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है. कटिहार के कदवा में सेना के चार बोट द्वारा राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. सेना के जवान सिलिगुड़ी से कटहिार के इलाके में रेकी के लिए पहुंची थी. यह जानकारी आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने दी. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों के आने तक सेना के चार बोट राहत और बचाव में लगे रहेंगे.
उन्होंने कहा कि महानंदा, बखरा, कंकई, परमार और कोसी नदियों में पानी बढ़ने से राज्य के पूर्णियां, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार और सुपौल में बाढ़ की स्थिति बनी है. विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि बाढ़ से बाढ़ग्रस्त आठ जिलों के 1448 गांवों के 17.25 लाख लाख बाढ़ से प्रभावित हैं. अब तक मरनेवालो की संख्या 17 हो गयी है.
बाढ़ से हार गयी घुरनी, मरने पर भी नसीब नहीं हुआ दो गज जमीन
गांव में 10 दिनों से नहीं जल रहा था चूल्हा
शव को बाढ़ के पानी में करना पड़ा प्रवाहित
अररिया. जिले में बाढ़ की विभीषिका ने चारों तरफ भय और त्रासदी का माहौल बना दिया है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है. इसका परिणाम यह हुआ है कि भूख व बीमारी से जद्दोजहद में रामपुर मोहनपुर पंचायत के वार्ड संख्या तीन डम्हैली गांव की एक 50 वर्षीया महादलित महिला घुरनी देवी पति स्वर्गीय तेतर ऋषिदेव जिंदगी की जंग हार गयी.
घुरनी जिंदा थी तो उसे खाना व दवा तक नसीब नहीं हुई. जब मरी तो उसे न तो दो गज कफन नसीब हुआ और न ही अंतिम संस्कार के लिए दो गज जमीन ही. लाचार परिजनों व महादलित समुदाय के लोगों ने घुरनी के मृत शरीर को बाढ़ के पानी में प्रवाहित कर दिया. इधर,बीडीओ रतन कुमार दास ने बताया कि उन्हें अभी इस प्रकार की घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है. अगर जानकारी मिलेगी तो सरकारी सहायता मुहैया करायी जायेगी.
महानंदा खतरे के निशान से 156 सेंटी मीटर ऊपर
पटना : तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी, पर बुधवार को दरभंगा में कमला-बलान भी डेंजर-लेबल को पार कर गयी. दरभंगा में कमला खतरे के निशान से 75 सेंटी मीटर ऊपर बह रही है. महानंदा पूर्णिया में खतरे के निशान से 166 और कटिहार में 153 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गयी.
इसके अलावा कोसी और बागमती में भी उफान जारी है. बक्सर, रोहतास, कटिहार और मधुबनी में झमाझम बारिश हुई. केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में सभी जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना जतायी है. वहीं, बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने अगले 24 घंटों में भागलपुर में गंगा, खगड़िया में बूढ़ी गंडक, दरभंगा में कमला-बलान के जल स्तर में 10 से 22 सेमी और वृद्धि होने के संकेत दिये हैं.
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