कटिहार : इन दिनों जिले में रबी फसल की तैयारी को लेकर किसानों में होड़ मची हुई है. खरीफ फसल के तहत धान की तैयारी भी अब अंतिम चरण में है. खलिहान से किसानों का धान घर पहुंचने लगी है. इस बार धान लगाने के समय बारिश नहीं होने की वजह से राज्य सरकार ने किसानों को पांच पटवन के लिए डीजल अनुदान की घोषणा की थी.
घोषणा किये जाने के चार-पांच महीने बाद भी किसानों को अब तक डीजल अनुदान की राशि नहीं मिली है. डीजल अनुदान की राशि नहीं मिलने से किसान न केवल आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं बल्कि रबी फसल लगाने में भी उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद 31 दिसंबर तक 2015 तक डीजल अनुदान की राशि वितरण करने का निर्देश दिया गया है. कृषि निदेशक बी कार्तिकेय ने ज्ञापांक 5513, दिनांक 25.11.2015 के माध्यम से 31 दिसंबर तक हर हाल में डीजल अनुदान की राशि वितरण करने का निर्देश दिया है.
डीजल अनुदान नहीं मिलने से किसान हताश: डीजल अनुदान को लेकर किसानों द्वारा प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पास आवेदन पहले ही दिया जा चुका है. किसानों को कभी एक पटवन का डीजल अनुदान देने की बात कही जाती है तो कभी कहा जाता है कि आवंटन ही नहीं आया है. किसान पंकज कुमार मंडल, रमेश मंडल, राजेंद्र विश्वास, मो शमीम, रफीक आलम, सुरेश महतो, जगदीश महतो आदि ने बताया कि अब तक डीजल अनुदान की राशि नहीं मिली है. सरकार ने पांच पटवन तक डीजल अनुदान देने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक डीजल अनुदान की राशि नहीं मिली है.
रबी फसल लगाने में हो रही है कठिनाई: आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों के बीच रबी फसल लगाने की चुनौती है. किसानों ने बताया कि धान लगाने में काफी पूंजी लग चुकी है. सरकार द्वारा डीजल अनुदान की घोषणा किये जाने पर उन्हें उम्मीद जगी थी कि कुछ राहत मिलेगी. लेकिन अब तक डीजल अनुदान नहीं मिलने की वजह से रबी फसल लगाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
बैंकों से भी परेशानी: किसानों की माने तो कृषि विभाग के बाद डीजल अनुदान का मामला बैंकों में जाकर लटक जाता है.
बैंक द्वारा आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में डीजल अनुदान की राशि भेजनी पड़ती है. इसमें काफी विलंब लग जाता है. बैंक में संसाधन व स्टॉफ की कमी की वजह से किसानों को डीजल अनुदान की राशि उनके खाते में पहुंचते-पहुंचते 15 दिन से एक महीना लग जाता है.