कटिहार : शहर में आने-जाने के लिए कुल पांच रेलवे गेट का उपयोग किया जाता है. इसमें केबी-1, केजी-1, केएम-1, केके-1 व केएम-2 मुख्य है. इस रेलवे गेटों पर मानव युक्त फाटक मौजूद है. शहर की आबादी एवं कोर्ट, कचहरी, शिक्षा, बीमार का इलाज कराने, दूर-दराज जगहों को जाने के लिए रेलवे स्टेशन से ट्रेन की यात्रा करने से लेकर व्यावसायिक कार्यों के लिए जिले भर के लोगों को शहर में आना-जाना पड़ता है,
जिसके लिए विभिन्न प्रकार के वाहनों का भी उपभोग किया जाता है. लेकिन रेलवे गेट के बंद रहने पर लोगों को आर-पार जाने के लिए काफी इंतजार भी करना पड़ता है. जिसके चलते समय की बरबादी भी होती है. ऐसा इसलिये कि शहर के अंदर प्रवेश करने के लिए कहीं भी फ्लाइ ओवर ब्रिज का आज तक निर्माण नहीं किया जा सका है.
भले ही सरकार के प्रतिनिधि व रेल प्रशासन बीच-बीच में फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण का आश्वासन एवं भरोसा अवश्य दिलाता रहा है. -गौशाला रेलवे गेटकटिहार-मनिहारी पथ दो राज्यों बिहार-झारखंड को जोड़ने वाली सड़क है और इसके लिए गौशाला रेलवे गेट (केबी-1) पर फ्लाई ओवर ब्रिज का बनना निहायत ही आवश्यक है और इसकी मांग भी वर्षों से होती रही है.
वहीं आश्वासन भी मिलता रहा है. अभी तक निराशा ही हाथ लगी है. -संतोषी चौक रेलवे गेटउसी प्रकार शहर के भीतर भीड़ व जाम की स्थिति से निबटने के लिए कटिहार-जोगबनी रेलवे गेट (केजे-1) व कटिहार-मुकुरिया रेलवे गेट (केएम-1) पर फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कराये जाने से जाम की स्थिति से निबटा जा सकता है.
भगवान चौक रेलवे गेटकेके-1 रेलवे गेट भगवान चौक पर स्थित है. यह पथ बारसोई अनुमंडल के कई प्रखंडों को जोड़ता है. जबकि इस पथ का संबंध एनएच-34 से है, जो असम एवं पश्चिम बंगाल को जोड़ता है. इस रेलवे गेट पर फ्लाइ ओवर ब्रिज नहीं होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है.
जबकि इस रेलवे गेट से जुड़ा पूर्णिया बाई पास पथ भी जुड़ा है. इस रेलवे गेट पर फ्लाइ ओवर ब्रिज की मांग लोगों द्वारा पूर्व से ही की जाती रही है. लेकिन सरकार व प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं है. -कटिहार-मुकुरिया रेलवे गेटयह रेलवे गेट फ्लाइ ओवर ब्रिज के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है. जितना महत्वपूर्ण भगवान चौक रेलवे गेट है.
इस रेलवे गेट के जरिये नगर के वार्डों समेत विभिन्न प्रखंडों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क गुजरता है. उपरोक्त मामले में निगम प्रशासन, जनप्रतिनिधि एवं रेलवे प्रशासन को संयुक्त रूप से परामर्श कर समाधान ढूंढ़ना चाहिए. -कहते हैं डीआरएममामले में डीआरएम उमाशंकर सिंह यादव ने कहा कि गौशाला रेलवे गेट पर फ्लाइ ओवर ब्रिज प्रस्तावित है. मामले जानकारी लेने बाद ही कुछ बता सकता है.