कुरसेला (कटिहार) : थाना क्षेत्र के त्रिमोहानी संगम दियारा में गुरुवार की रात अपराधियों ने गुंगा मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. अपराधियों की गोलीबारी में उसका एक साथी भी गोली लगने से घायल हो गया, जिसे अपराधी अपने साथ लेते गये. उसका उपचार भागलपुर जिले में कहीं कराये जाने की जानकारी मिली है.
अपराधी के साथी को सीने में गोली लगने की बात बतायी जा रही है. घटना रात के साढ़े 10-11 बजे के बीच की बतायी गयी है. अपराधी पांच की संख्या में थे और सभी हथियाराें से लैस थे. घटना के वक्त अपराधियों ने पांच राउंड गोलियां चलायी. मृतक मजदूर मंगल मंडल (35) थाना क्षेत्र के खेरिया मंडल गांव का रहनेवाला था. वहीं घायल अपराधी गुड्डू मंडल इसी थाना क्षेत्र के शेरमारी गांव का रहने वाला बताया जा रहा है. हालांकि घायल अपराधी के नाम की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
धोखे में लगी मंगल को गोली : त्रिमोहानी नासा दियारा में दासू मंडल के बासा पर जिस समय अपराधी पहुंचे, उस वक्त वहां मौजूद लोग सतुआ खा रहे थे. अपराधियों ने मूक-बधिर मजदूर को बासा से बाहर निकाल कर कंधे के नीचे गोली मार दी. वहीं बासा पर मौजूद पत्थल टोला के कमल दास महतो, चांयटोला के नंद किशोर मंडल व खेरिया मंडल टोला के संतोष मंडल अपनी जान बचा कर भाग निकले. बासा मालिक दासू मंडल के
दियारा में मजदूर…
पुत्र संतोष मंडल ने बताया कि अपराधियों की मंशा बासा पर उसकी हत्या करनी थी. धोखे में मंगल मंडल को गोली लग गयी. उसने बताया कि अपराधियों की ओर से चलायी गयी एक गोली बासा के टाट पर लगी. दूसरी गोली मंगल मंडल के कंधे के पास लगी. बासा के अंदर से उनके साथ तीन आदमियों को बाहर निकाल कर गोली मार कर हत्या करने का प्रयास किया गया. इसी बीच अंधेरे में अपराधियों की ओर से चलायी गयी एक गोली उनके साथी को ही लग गयी.
इस वजह से अपराधी अपने घायल साथी को लेकर भाग निकले, और उनकी जान बच पायी. घटना के पीछे संतोष ने प्रेम प्रसंग व जमीन लीज का मामला बताया. मृत मंगल मंडल के परिजनों को घटना की सूचना रात के दो बजे के करीब मिली. मंगल एक माह से दियारा के बासा पर मक्का कटाई का काम करता आ रहा था. घटना की सूचना पर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह पुलिस बल के साथ त्रिमोहनी दियारा पहुंचे व शव को पोस्टमार्टम के लिए कटिहार भेज दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उधर घटना के बाद मृतक के परिजनों का रोकर बुरा हाल था.