भभुआ (कार्यालय) : सरकार द्वारा धान खरीदारी के सारे दावे जमीनी स्तर पर पूरी तरह से फेल है. धान खरीदारी शुरू होने के एक माह बीत जाने के बाद भी अभी तक व्यापार मंडलों द्वारा एक भी छटांक धान नहीं खरीदा गया है.
गौरतलब है कि पंचायत स्तर पर पैक्सों को प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडलों को एवं अनुमंडल स्तर पर जब पैक्स एवं व्यापार मंडल द्वारा खरीदारी नहीं की जाती है. तो एसएफसी द्वारा खरीदारी किये जाने का प्रावधान है. लेकिन, अगर पंचायत स्तर पर पैक्सों को देखें तो जिले के महज 30 पैक्सों ने मात्र 670 एमटी धान की खरीदारी की है.
वहीं प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडलों द्वारा अभी तक खरीदारी शुरू भी नहीं की गयी है. जिले में एक सौ ज्यादा पैक्सों को धान खरीदारी की अनुमति मिल चुकी है. इसके बावजूद महज तीन पैक्सों ने खरीदारी शुरू की है.
वहीं 11 में से 9 व्यापार मंडल को धान खरीदारी की अनुमति मिल गयी है. बावजूद इसके उनके द्वारा अभी तक धान की खरीदारी नहीं शुरू की गयी है. रामपुर व्यापार मंडल को डिफाल्टर होने के कारण उसे खरीदारी करने की अनुमति नहीं मिली. साथ ही चांद प्रखंड में चुनाव नहीं होने के कारण वहां का पैक्स क्रियाशील नहीं है.
रामपुर प्रखंड में अभी तक शुरू भी नहीं हुई खरीदारी : जिले के 11 में से 10 प्रखंडों में रामपुर को छोड़ कर दो-चार पैक्सों द्वारा खरीदारी थोड़ी बहुत शुरू भी कर दी गयी है. वहीं, रामपुर प्रखंड में तो अभी तक धान की खरीदारी शुरू भी नहीं हो सकी है. प्रखंड के ना एक भी पैक्स और ना ही व्यापार मंडल में एक महीना बीत जाने के बाद भी एक भी छटांक धान खरीदा है. वहां के किसान धान खरीदारी शुरू होने के इंतजार में आज तक टकटकी लगाये हुए हैं.
धान खरीदने में पैक्स अक्षम : इस वर्ष धान खरीदारी नियम कानून के दाव पेंच में फंस गया है. पैक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ददन द्विवेदी की मानें तो सरकार के गलत नीति के कारण धान की खरीदारी बाधित है. कोई भी मीलर पैक्सों को बैंक गारंटी दे एग्रीमेंट करने को तैयार नहीं है, जिसके कारण पैक्स धान खरीद कर कहां से उसकी मीलिंग करा एसएफसी को देगा इस समस्या के कारण पैक्स धान खरीदने में इस वर्ष अक्षम है.