जहानाबाद (नगर) : त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के तहत पंचायत सरकार चुनने के लिए जिले में नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. जिले में प्रथम चरण में मोदनगंज, द्वितीय चरण में घोसी तथा तृतीय चरण में हुलासगंज प्रखंडों में मतदान होना है. इन तीनों प्रखंडों से जिला पर्षद सदस्य के लिए आठ लोगों ने नामांकन किया है. मोदनगंज प्रखंड की एक मात्र सीट के लिए मोदनगंज निवासी अंजली कुमारी,
नईमा टोला हसनपुर निवासी गुड्डी देवी तथा जयतीपुर कुरूआ निवासी राधिका देवी ने नामांकन किया. वहीं, घोसी भाग एक से गोडसर निवासी अवधेश शर्मा तथा बेलई निवासी जगदीश प्रसाद ने दो सेटों में नामांकन दाखिल किया, जबकि घोसी भाग दो से लखावर निवासी सुबोध कुमार तथा सत्येंद्र यादव तथा उबेर निवासी डब्लू कुमार ने नामांकन दाखिल किया.
मोदगनंज प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया समाप्त : प्रथम चरण में मोदनगंज प्रखंड में पंचायत चुनाव होना है. इसके लिए बुधवार को नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो गयी. अंतिम दिन मुखिया पद के लिए 29, सरपंच के लिए 9, पंसस के लिए 19, वार्ड सदस्य के लिए 95 पंच के लिए 55 लोगों ने नामांकन किया. नामांकन करनेवालों में मोदनगंज पंचायत से मुखिया के लिए अनिल कुमार प्रभाकर, गेंदी पासवान, नईमा पंचायत से राजकिशोर प्रसाद, बिट्टू बादशाह, बंधुगंज पंचायत से प्रियंका देवी, नंद विंद, गंधार पंचायत से मधेश्वर प्रसाद,
अशोक कुमार तथा बंधुगंज पंचायत से पंसस के लिए कुमारी आभा ने नामांकन का परचा दाखिल किया. जिला पर्षद के लिए 12, मुखिया के लिए 112, सरपंच के लिए 47, पंसस के लिए 87, वार्ड के लिए 278 तथा पंच के लिए 115 नामांकन हुआ है. मोदनगंज प्रखंड में आठ पंचायत हैं.
घोसी प्रतिनिधि के अनुसार पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए अभ्यर्थियों की भीड़ बढ़ती जा रही है. प्रखंड में विभिन्न पदों के लिए नामांकन के तीसरे दिन को कुल 215 प्रत्याशियों ने नामजदगी के परचे दाखिल किये. इनमें पंचायत समिति सदस्य के 39, साहोबिगहा पंचायत से मुखिया के लिए अवनिश कुमार सहित 54, सरपंच के 8, वार्ड सदस्य के 83 एवं पंच के लिए 36 प्रत्याशियों ने अपना-अपना परचा घोसी निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष भरा.
पंचायत चुनाव में स्टांप की कालाबाजारी : पंचायत चुनाव के कारण इन दिनों जिले में एडवोकेट वेलफेयर स्टांप की मांग बढ़ गयी है. इससे यहां स्टांप की किल्लत हो गयी है. कालाबाजारियों का बाजार गरम है. वे स्टांप को दुगने-तिगने दाम पर बेच रहे हैं. स्टांप वेंडरों का कहना है कि ट्रेजरी से स्टांप नहीं निकल रहा है, जिसके कारण वेलफेयर स्टांप की किल्लत हो गयी है. वहीं, जिले में एक ही फ्रैकिंग मशीन रहने के कारण उसमें भी स्टांप लेने के लिए संध्या चार बजे तक लोगों की लंबा कतार देखने को मिल रही है.