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अब नहीं जाना पड़ेगा पीएमसीएच
जहानाबाद नगर : जिले के सदर अस्पताल में अब सिजेरियन के बाद अन्य कई तरह के ऑपरेशन भी होने लगे हैं. इसका सीधा लाभ मरीजों को मिल रहा है तथा उन्हें अब ऑपरेशन कराने के लिए निजी अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ रहा है. ऐसे में उन्हें आर्थिक लाभ तो हो ही रहा है, […]
जहानाबाद नगर : जिले के सदर अस्पताल में अब सिजेरियन के बाद अन्य कई तरह के ऑपरेशन भी होने लगे हैं. इसका सीधा लाभ मरीजों को मिल रहा है तथा उन्हें अब ऑपरेशन कराने के लिए निजी अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ रहा है.
ऐसे में उन्हें आर्थिक लाभ तो हो ही रहा है, बेहतर इलाज भी नि:शुल्क हो रहा है. सदर अस्पताल में अपेंडिक्स, हर्निया, हाइड्रोसील आदि का ऑपरेशन अब आसानी से होने लगा है, जिससे बड़ी संख्या में मरीज लाभान्वित हो रहे हैं. समाज के अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की सरकार के निर्देशों को बल प्रदान करते हुए अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों की सुविधा के लिए कई जरूरी कदम उठाये गये हैं.
इसी के तहत कई महीनों से बंद ऑपरेशन की सुविधा भी बहाल करायी गयी है. शुरुआत में सिर्फ सिजेरियन किया गया. धीरे-धीरे अब सभी तरह का ऑपरेशन होने लगे हैं. ऐसे में जिले के दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों से आनेवाले गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को इसका काफी लाभ मिल रहा है. पहले ऑपरेशन के लिए मरीजों को या तो पीएमसीएच जाना होता था या फिर निजी अस्पताल का सहारा लेना पड़ता था, जिसमें उन्हें आर्थिक बोझ उठाना पड़ता था. ऐसे में अस्पताल में ऑपरेशन की सुविधा मिलने से उन्हें काफी राहत मिल रही है.
कई माह नहीं हुआ ऑपरेशन : सदर अस्पताल में कुछ माह पूर्व ऑपरेशन के उपरांत बेहतर देखभाल के अभाव में एक मरीज की मौत हो गयी थी, जिसके बाद मरीज के परिजनों द्वारा जम कर हंगामा किया गया था तथा इसके लिए चिकित्सकों को दोषी ठहराया गया था. इस घटना के बाद से ही चिकित्सक ऑपरेशन करने से इन्कार कर दिया था. उनका कहना था कि ऑपरेशन के बाद मरीज की देखभाल करने की जिम्मेदारी अस्पताल कर्मियों की है न कि चिकित्सक की. साथ ही उनका यह भी कहना था कि उन्हें कर्मियों का भरपूर सहयोग भी नहीं मिल पाता है. इसके बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा चिकित्सकों को समझाने-बुझाने का दौर चला.
लंबे प्रयासों के बाद तथा कर्मियों की समुचित उपलब्धता के बाद चिकित्सक एक बार फिर ऑपरेशन करने को तैयार हुए, जिसका परिणाम यह हुआ कि अब अस्पताल में सभी तरह की ऑपरेशन होने लगे हैं.
ऑपरेशन के बाद आइसीयू में रखे जाते हैं मरीज
ऑपरेशन के बाद मरीजों को आइसीयू में रखा जाता है ताकि उनकी बेहतर देखभाल की जा सके. अलग-अलग तरह के ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को अब आइसीयू में रखकर उनकी देखभाल की जाती है. छोटे ऑपरेशन वाले मरीजों को 12 घंटे आइसीयू में रखने के बाद उन्हें जेनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है. वहीं बड़े ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को 24 घंटे आइसीयू में रखा जाता है.
उसके बाद ही उन्हें जेनरल वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. वहां भी उनकी देखभाल के लिए पर्याप्त संख्या में एएनएम तथा अन्य कर्मी उपलब्ध होते हैं.
मरीजों को हुई सुविधा
सदर अस्पताल में ऑपरेशन शुरू होने से मरीजों को सुविधा होने लगी है. अब हर तरह के मरीजों का ऑपरेशन हो रहा है. इसके लिए पर्याप्त संख्या में चिकित्सक व कर्मी उपलब्ध हैं. साथ ही पर्याप्त संसाधन भी उपलब्ध है.
डॉ ब्रजभूषण प्रसाद, अस्पताल उपाधीक्षक
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