सदर अस्पताल. शल्य कक्ष व प्रसव कक्ष के रोगी रहते हैं परेशान
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इंडोर में दवा की है किल्लत
सदर अस्पताल. शल्य कक्ष व प्रसव कक्ष के रोगी रहते हैं परेशान सदर अस्पताल में संसाधनों की कमी के कारण इलाज के लिए आनेवाले मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं इंडोर कक्ष में दवा की भारी कमी है. जमुई : स्थानीय सदर अस्पताल के इंडोर कक्ष में दवा कि भारी किल्लत […]
सदर अस्पताल में संसाधनों की कमी के कारण इलाज के लिए आनेवाले मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वहीं इंडोर कक्ष में दवा की भारी कमी है.
जमुई : स्थानीय सदर अस्पताल के इंडोर कक्ष में दवा कि भारी किल्लत के कारण इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.अस्पताल के इंडोर में राज्य सरकार द्वारा 112 प्रकार की दवा उपलब्ध करायी गयी है लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण मुश्किल से 40 से 50 प्रकार की दवा ही उपलब्ध है.जिसके कारण अस्पताल के शल्य कक्ष और प्रसव कक्ष में कई रोगियों को परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है.अस्पताल पहुंचे मरीज सुभाष कुमार,विपुल कुमार, मोनी कुमारी, शवनम कुमारी, रौनक कुमार,जय कुमार ,विरेंद्र मांझी आदि ने बताया कि यहां आवश्यक दवा नहीं रहने के कारण चिकित्सक द्वारा रेफर कर दिया जाता है
या तो वाहर से दवा लाने के लिए कहा जाता है.जिसके कारण अस्पताल आने वाले रोगियों और उनके परिजनों को काफी परेशानी होती है.इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी सिविल सर्जन डा.सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि अस्पताल में दवा की कमी को पूरा करने के लिए विभाग को लिखा गया है.
प्रसव कक्ष में संसाधनों की कमी : सदर अस्पताल का प्रमुख वार्ड प्रसव कक्ष संसाधनों की कमी के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहाने को विवश है और इस वार्ड में ना केवल चिकित्सकों की कमी है बल्कि कर्मियों की भी घोर किल्लत है.प्रसव कक्ष में संसाधनों की कमी के कारण सुदूर क्षेत्र से आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्रसव कराने आयी सोनी कुमारी,पुनम कुमारी,रुबी कुमारी,रुही खातून,रुखशाना खातून आदि ने बताया कि अस्पताल के प्रसव कक्ष में मौजूद कर्मी से अगर लेन देन की सही तरीके से बात नहीं बनी तो समान्य प्रसव के लिए आने वाले लोगों को भी जान बुझ कर रेफर कर दिया जाता है.
यहां पर ज्यादातर प्रसव तो एएनएम के द्वारा ही कराया जाता है और आवश्यक दवा के लिए निजी दुकानों का सहारा लेना पड़ता है.प्रसव कक्ष में 4 महिला चिकित्सक,3जीएनएम,1 एएनएम और 2 वार्ड एटेंडेंट कार्यरत हैं.किंतु इसके बावजूद भी सुविधाओं का घोर अभाव है.इस बाबात पूछे जाने पर प्रभारी सिविल सर्जन डा.सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रसव कक्ष की व्यवस्था को सुधारने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है और टीम के रिपोर्ट के पश्चात व्यवस्था में सुधार किया जायेगा.
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