खैरा : खैरा स्टेट के द्वारा स्थापित दुर्गा मंदिर का पट खुलते ही भक्तों का जन शैलाब उमड़ पड़ा, जो रविवार सुबह से शाम तक लगा रहा. बताते चलें कि पौराणिक काल से स्थापित मां दुर्गा की यह मंदिर शक्तिपीठ के रूप में भी जानी जाती हैं. पौराणिक रीति-रिवाज के साथ ही यहां आज भी मां दुर्गा की पूजा का प्रचलन है. सबसे खास बात यह है कि मां बेलभरनी मंदिर में नौ कलश की स्थापना की जाती है.
राज्यकाल के बाद यहां की पूजा का बीड़ा स्थानीय लोगों के जिम्मे है.अष्टमी की रात्रि में यहां बलि दी जाती है. करीब 150 साल से यहां भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण होती है. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मां को आराधना करता है उसकी मुराद पूरी हो जाती है. नवरात्र के दौरान बड़ी संख्या में यहां लोग दंड देते हैं. प्रखंड के 22 पंचायत के लोग यहां मेला में मनोरंजन के लिए भाग लेते हैं.