किशनगंज . अनलॉक-3 के दौरान आमजनों और जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण से बचाव को लेकर जिस प्रकार की लापरवाही बरती जा रही है. उससे जिले में दोबारा संक्रमण का स्तर काफी तेजी से बढ़ सकता है. यह संभावना जिले में पूर्व में संक्रमण के आंकड़ों से ही समझा जा सकता है. क्योंकि 25 मार्च से 30 जून तक संपूर्ण लॉकडाउन चार चरणों में लगाया गया था. जिसमें इस दौरान जहां जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत कम था. वहीं इस दौरान जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या मात्र 1 थी. लेकिन इसके बाद जुलाई माह में अनलॉक प्रक्रिया के साथ कोरोना संक्रमण के आंकड़े को हजार के पार पहुंचा दिया था. जिसमें अगस्त माह तक कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 2 हजार के पार पहुंच गया.
एक सप्ताह से जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ नीचे गिरता नहीं िदख रहा है. हलांकि अब भी जिले में प्रतिदिन कोरोना के 35 से 50 पॉजिटिव मरीज पाये जा रहे हैं. मंगलवार को भी जिले में कोरोना के 42 नये पॉजिटिव मरीज मिले. कोविड 19 के मद्देनजर मंगलवार को 1643 लोगों का कोरोना जांच किया गया. जिसमें से 42 व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव पाये गए हैं. कोरोना पोजेटिव पाये गए व्यक्तियों में किशनगंज सदर के 11, एमजीएम के 2, बहादुरगंज के 13, दिघलबैंक के 1, टेढ़ागाछ के 6, कोचाधामन के 8, पोठिया के 1 व्यक्ति शामिल हैं. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार जिन 1643 लोगों का मंगलवार को जांच की गयी उनमें एंटीजन टेस्ट के माध्यम से 1381, आरटीपीसीआर के माध्यम से 120 व ट्रू नेट के माध्यम से 142 लोगों का जांच की गयी है. जिन प्रखंडों में जांच हुए हैं उनमें किशनगंज सदर अस्पताल में 152, एमजीएम में 20, बहादुरगंज पीएचसी में 280, दिघलबैंक पीएचसी में 128, किशनगंज पीएचसी में 100, कोचाधामन पीएचसी में 300, टेढ़ागाछ पीएचसी में 180, पोठिया पीएचसी में 170, छत्तरगाछ रेफरल में 29 एवं ठाकुरगंज पीएचसी में 275 व्यक्तियों की जांच की गयी.
जिले में जिन लोगों का कोविड टेस्ट किया गया है उनमें अबतक कुल 2060 लोग कोरोना पॉजीटिव पाये गए हैं. कोरोना पॉजीटिव मरीजों में 1733 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. जिले में मंगलवार को एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 353 है. अब तक कुल 38457 लोगों का सैंपल लिया गया है़ किशनगंज शहरी क्षेत्र में मंगलवार को एक कोरोना मरीज की मौत हो गयी़ अब तक जिले में कोरोना वायरस से 12 लोगों की मौत हो चुकी है़ उल्लेखनीय है कि जिले में रिकवरी रेट 82.6 प्रतिशत है़ एक्टिव केस 16.8 प्रतिशत जबकि पॉजीटिव रेट 5.5 प्रतिशत है़
ठाकुरगंज. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग सारा देश लड़ रहा है. स्थानीय प्रशासन से लेकर घर के अंदर रहकर लॉकडाउन का पालन कर रहे लोग जंग जीतने की तैयारी में लगे हैं. हालांकि अभी भी कई जगहों पर लोगों में कोरोना को लेकर गंभीरता का अभाव दिख रहा है. ठाकुरगंज बाजार मे लोग प्रशासन के आदेश का उल्लंघन कर रहे है़ पिछले शुक्रवार को ही प्रशाशन ने सोमवार और शुक्रवार को लगने वाली हाट नहीं लगने की घोषणा कर दी थी जिसके बाद भी सोमवार को कई लोग हटिया में दुकान सजा कर बैठे देखे गये़ प्रशासन के काफी प्रयास के बाबजूद लोग लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. जबकि स्थानीय पुलिस बेवजह निकलने वाले लोगों को डंडा का भय दिखाकर लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का आग्रह करती है परंतु लोग मानते नहीं हैं. लॉकडाउन रिटर्न में सरकार की गाइडलाइन के बावजूद विभिन्न जगहों पर प्रतिबंधित दुकानें खुली दिखी. लगातार मिलते कोरोना मरीजों का भय कहीं नहीं दिख रहा़
किशनगंज. कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए चल रहे जांच कार्य में तेजी लाने व समय पर जांच कार्य पूरा करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार ने सभी जिले के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को निर्देश दिया है. इसमें जांच कार्य की गति में कैसे तेजी आये और किस प्रकार जांच का लक्ष्य पूरा हो. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र भेजकर आवश्यक निर्देश दिये हैं. इसमें हर हाल में जांच का निर्धारित लक्ष्य पूरा करने के लिए आरटी-पीसीआर एवं ट्रूनेट के तहत जांच की गति में तेजी लाने को कहा गया है. साथ ही जांच कार्यक्रम की लगातार अपने स्तर से निगरानी करने को कहा है.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव द्वारा दिये गये निर्देश में कोरोना जांच प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सभी पीएचसी प्रभारी व प्रबंधक को आवश्यक निर्देश दिये गये है. साथ ही जांच में तेजी लाने को लेकर हर आवश्यक पहल करने को कहा गया है. इसमें जिले में प्रतिदिन 200 लोगों की कोविड-19 जांच का करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें आरटी-पीसीआर के तहत 150 लोगों व ट्रूनेट के तहत 50 लोगों की प्रतिदिन कोविड-19 जांच की जानी है. साथ ही जिले में प्रतिदिन होने वाले जांच की संख्या की रिपोर्ट शाम तक विभाग को भेजने का निर्देश दिया है, ताकि आवश्यकतानुसार आगे की प्रक्रिया की जा सके.
सरकार मास्क की अनिवार्यता को सार्वजनिक स्थानों पर लागू कराने के प्रति काफी सख्त है. इतना ही नहीं आम लोगों में मास्क के उपयोग के लिए माइकिंग कर जागरूकता फैलाने का भी निर्णय लिया गया है. ताकि कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण पाया जा सके. चार सितंबर से अगले 10 दिनों तक विशेष अभियान चला कर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों को दंडित किया जायेगा. गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में पत्र भेज कर सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि प्राय: देखा जा रहा है कि सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे पर मास्क के उपयोग में ढिलाई बरती जा रही है. इससे कोविड-19 के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.
posted by ashish jha