पटना. पटना जिले में प्रवासी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का साधन उपलब्ध कराने के लिए मुहिम को तेज कर दी गयी है.
जिलाधिकारी ने प्रवासी श्रमिकों को अपने घर में ही आय अर्जन का साधन एक सप्ताह के भीतर शुरू करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया है.
बुधवार को जिलाधिकारी ने प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए बनायी गयी जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के तहत जिला में शुरू होने वाले कार्य के बारे में समीक्षा की.
खास बात यह है कि बैठक में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक उमेश कुमार वांछित कागजात नहीं ला पाये, इसके लिए जिलाधिकारी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा है और अगली बैठक में तमाम रिपोर्ट लेकर उपस्थित होने का निर्देश दिया है.
बैठक में यह बातें सामने आयी है कि अथमलगोला प्रखंड के सबनीमा में पेवर ब्लॉक निर्माण इकाई, नौबतपुर में एग्री बिजनेस इकाई, बिहटा के परेब में पेवर ब्लॉक निर्माण और पालीगंज के सिंगोड़ी में हस्तकरघा उद्योग की स्थापना का कार्य चालू है.
इसमें बेऊर में रेडीमेड गारमेंट बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी राकेश रंजन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी प्रमोद कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
बैठक में जिलाधिकारी ने डीआइसी के महाप्रबंधक को तमाम इकाइयों का स्थलीय भ्रमण कर कार्य की प्रगति का निरीक्षण कर दो दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. उन्होंने महाप्रबंधक को कुछ टास्क भी दिये हैं.
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किस इकाई में कितने प्रवासियों का नियोजन संभव है.
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मशीन की क्या स्थिति है.
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प्रतिदिन के उत्पादन की मात्रा क्या है.
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कितने प्रवासियों को रोजगार मिला
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प्रति प्रवासी कितना आर्थिक उपार्जन होगा
चावल मिल, दाल, पशु आहार, जूस उत्पादन इकाई की स्थापना, मक्का प्रोसेसिंग यूनिट, गारमेंट्स, आम-लीची का प्रोसेसिंग यूनिट, आइटी सेवा, मत्स्यपालन, पापड़, मसाला आदि.
Posted by Ashish Jha