* मूल्यांकन समिति पर लगाया आरोप
गोपालगंज : जिला मूल्यांकन समिति, गोपालगंज के द्वारा भूमि मूल्यांकन दर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी को लेकर लोगों में क्षोभ है. समिति के द्वारा मूल्यांकन में 50 से 400 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी है, जो जनहित में नहीं है.
इसको लेकर भाकपा माले की जिला कमेटी के अरूण कुमार गुप्ता ने जिला समाहर्ता सह निबंधन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर मूल्यांकन दर को वापस लेने की मांग की गयी है. मूल्यांकन में जिले की भूमि को व्यावसायिक ,आवासीय ,दो फसली और चंवर चार श्रेणियों में बांटा गया था, लेकिन इस बार भूमि के मूल्यांकन में समिति के द्वारा अनियमितता की गयी है.
यहां तक की इस बार के मूल्यांकन में चौथी श्रेणी की दियर और चंवर किस्म की भूमि को ही हटा दिया गया है, जबकि कुचायकोट ,गोपालगंज ,मांझा ,बरौली ,सिधविलया और बैकुंठपुर अंचल के अधिसंख्य गांव दियर की श्रेणी में आती है.
इन क्षेत्रों मे भी 400 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है, जो जनहित के लिए ठीक नहीं है. इससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस बढ़ाये गये मूल्यांकन को लेकर माले नेता विद्या सिंह और बंका प्रसाद ने डीएम से मूल्यांकन दर कम करने की मांग की है.