गोपालगंज : थावे-मशरक रेलखंड के आमान परिवर्तन के काम में तेजी आ गयी है. रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैसे रेलवे ट्रैक जहां गिट्टियां कम थीं, वहां यह गिरायी जा रही हैं. ट्रैक पर गिरायी गयी गिट्टियों को मैनुअल द्वारा सही कराया जा रहा है. कई रेलवे ट्रैकों पर गिट्टियां कम थीं. वहीं दूसरी तरफ सिगनल के काम पूरे कर लिये गये हैं. थावे रेलवे स्टेशन पर जांच के दौरान आये डीआरएम ने थावे - मशरक रेलखंड पर मार्च में ट्रेनों के परिचालन की बातें कही हैं.
उन्होंने जांच के दौरान कई निर्देश भी संबंधित रेल पदाधिकारियों व कर्मियों को दिया था. उनके द्वारा दिये गये निर्देश के तहत आमान परिवर्तन काम में तेजी आ गयी है. कई रेलवे स्टेशनों के प्लेटफाॅर्म कार्य अब भी अधूरा है .
छपरा कचहरी से मशरक तक शुरू है परिचालन : थावे -मशरक- छपरा तक शुरू हुए आमान परिवर्तन कार्य छपरा से मशरक तक पूरे कर लेने के बाद ट्रेनों का परिचालन 10 जनवरी से इस खंड पर शुरू हो गया है. छपरा कचहरी से मशरक के बीच दो जोड़ी ट्रेनों के परिचालन का उद्घाटन उक्त तिथि को छपरा कचहरी स्टेशन से किया गया. 10 जनवरी को ही छपरा कचहरी से पहली ट्रेन मशरक के लिए चली. इन खंडों के लोगों यातायात की समस्याएं कुछ हद तक पूरी हो गयी हैं.
मशरक से थावे तक शुरू होना हैं परिचालन : मशरक से थावे जंकशन तक ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाना है. आवश्यकता के अनुसार गिट्टियों के गिराने के बाद मैनुअल कार्य समाप्त होते ही इसकी पैकिंग की जायेगी. यह पैकिंग मशीन से ही किया जाना है. इसी के साथ ही टेढ़ी-मेढ़ी लाइन सीधी भी की जायेगी. पैकिंग मशीन यह काम कब से करेगी, इसकी कोई अधिकारिक तिथि नहीं है. पैकिंग के बाद सब कुछ ठीक ठाक रहा तो सीआरएस की जांच होगी. इस जांच के बाद सीआरएस की सही रिपोर्ट के बाद ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा.
लोगों की बढ़ीं उम्मीदें : काम में तेजी को लेकर लोगों में काफी उम्मीदें बढ़ गयी हैं. इसी रफ्तार में काम होता रहा, तो निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि ट्रेनों का परिचालन मार्च में शुरू हो जाये. लोगों का यह भी कहना है कि छपरा से थावे तक आमान परिवर्तन कार्य पूर्ण रूप से खंड पर ट्रेनें चलने लगेंगी.