गोपालगंज : पेराई सत्र 2016-17 के लिए गन्ना सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है. यह 15 जून तक चलेगा. यह काम जीपीएस मशीन के जरिये हो रहा है. सर्वेक्षण के बाद किसानों को स्लिप उपलब्ध करायी जायेगी. किसी भी समस्या का निस्तारण स्लिप में अंकित तिथि तक होगा. बाद में कोई बदलाव नहीं होगा.
ऐसे में किसानों को चाहिए कि वह स्वयं मौजूद रह कर गन्ने का सर्वे कराएं. यह जानकारी देते हुए विष्णु सुगर मिल के महाप्रबंधक पीआरएस पाणिकर ने बताया कि सर्वेक्षण का काम पर्यवेक्षक एवं चीनी मिलों के कर्मचारियों द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है. अपने क्षेत्रों में होनेवाले सर्वे का सर्किल निर्धारण कर लें. चीनी मिल सर्वे के समय किसानों को एक सर्वे की परची उपलब्ध कराएं तथा उसके सुधार की तिथि भी निर्धारित कर दी जाये, जिससे किसान उस तिथि को उपस्थित रह कर सर्वे जरूर करा ले. सर्वें की सूचना गांवों में एसएमएस भेज कर दी जायेगी.
ऐसे गांवों को भी चिह्नित कर लिया जाये, जिसमें विगत पेराई सत्र में शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इसके लिए 15 टीमें गठित की गयी हैं. सर्वे के दौरान अगर गन्ना किसान चूक गये तो न तो उन्हें चलाना मिलेगा और न ही उनके नाम से गन्ना चीनी मिल खरीदेगी. दूसरे के नाम पर परची लेकर गन्ना लेकर बेचने पर भुगतान के समय भी समस्या होगी.