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तीन माह में योजना की आधी राशि खर्च की चुनौती

तीन माह में योजना की आधी राशि खर्च की चुनौतीनौ माह में 49 फीसदी राशि ही विभागों ने किया खर्चसंवाददाता,पटनाराज्य सरकार को योजना मद की राशि खर्च करने में तेजी दिखानी होगी. नौ माह में सरकार के विभिन्न विभागों ने महज 49 फीसदी ही खर्च किया है. इस वित्तीय वर्ष के अब शेष तीन माह […]

तीन माह में योजना की आधी राशि खर्च की चुनौतीनौ माह में 49 फीसदी राशि ही विभागों ने किया खर्चसंवाददाता,पटनाराज्य सरकार को योजना मद की राशि खर्च करने में तेजी दिखानी होगी. नौ माह में सरकार के विभिन्न विभागों ने महज 49 फीसदी ही खर्च किया है. इस वित्तीय वर्ष के अब शेष तीन माह बचे हैं जिसमें 51 फीसदी राशि खर्च करने की चुनौती है. खर्च करने के मामले में खराब प्रदर्शन वाणिज्यकर, कैबिनेट सचिवालय, निबंधन एवं उत्पाद विभाग, पशु एवं मत्स्य विभाग, सामान्य प्रशासन और पंचायती राज विभाग शामिल हैं. विभिन्न विभागों द्वारा 11 दिसंबर तक खर्च के भेजे गये ब्योरे में विभागों द्वारा 49 फीसदी ही खर्च किया गया है. सरकार के जिन विभागों द्वारा इस वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक खर्च किया गया है उसमें पथ निर्माण विभाग (70 फीसदी), गन्ना उद्योग विभाग (64 फीसदी), विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ( 59 फीसदी), समाज कल्याण विभाग ( 51 फीसदी), पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण विभाग (52 फीसदी), भवन निर्माण विभाग (51 फीसदी), अनुसूचित जाति एवं जन जाति कल्याण विभाग (49.5 फीसदी), वन एवं पर्यावरण विभाग ( 49 फीसदी) शिक्षा विभाग ( 47 फीसदी) और स्वास्थ्य विभाग ( 45 फीसदी) है. पदाधिकारियों का मानना है कि योजनाओं को अमली जामा पहुंचाने सबसे बड़ी बाधा है केंद्र सरकार द्वारा समय पर राशि का उपलब्ध नहीं कराया जाना. केंद्र सरकार द्वारा समय पर पैसा दिया जाता तो खर्च में कोई परेशानी नहीं होती. राज्य सकरार ने वित्तीय वर्ष 2015-16 का बजट आकार कुल 5713762 करोड़ का बनाया है. इसमें विभिन्न विभागों को 10954080.66 करोड़ स्वीकृत किये गये. विभागों द्वारा स्वीकृत किये गये राशि में से नवंबर तक 2760115.25 करोड़ खर्च किया गया है.

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