गोपालगंज) : देवान परसा में अज्ञात बीमारी कहर बन कर टूट पड़ी है. इस बीमारी जहां एक मां की गोद सुनी कर दी है, तो वहीं एक पिता अपने बच्चों का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सका. दिल दहला देने वाले इस घटना का गवाह बना देवान परसा आज रो रहा है. बता दें कि देवान परसा दलित टोले में सरकारी सुविधाएं न के बराबर है.
इसी दलित टोले में इंद्रदेव राम का परिवार रहता है. इंद्रदेव राम की मौत कुछ वर्षों पूर्व ही हो चुकी थी. इंद्रदेव राम के पुत्र राजू राम एवं राजेश राम दोनों काफी हंसी खुशी से जिंदगी व्यतीत कर रहे थे. राजू की शादी सात वर्ष पूर्व सरस्वती देवी के साथ हुई थी. शादी बाद उसे तीन बच्चे प्रीतम, मुनमुन और प्रीति हुए. खर्च बढ़ा तो राजू कमाने बाहर चला गया.
सरस्वती अपने तीनों बच्चों के साथ काफी खुश थी. लेकिन उसकी खुशी ज्यादा दिन नहीं टिक पायी. देवान परसा गावं के दलित बस्ती में अज्ञात बीमारी ने घर बना कर सबसे पहले उसके ही दोनों बच्चों को अपना शिकार बना लिया. पहले बच्चे प्रीतम कुमार की मौत 28 अक्तूबर को हुई, जबकि बेटी प्रीति कुमारी की मौत 29 अक्टूबर को हो गयी.
इस दर्दनाक हादसे के बाद सरस्वती की हालत काफी खराब है. वहीं पिता राजू के भाई राजेश राम के बेटे सोनू क ी मौत भी गुरूवार को हो गयी. इसके साथ ही उसके दो और बच्चे इस बीमारी के शिकार हो गये. राजेश के बाहर रहने के कारण वो अपने बच्चे का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सका. फिलहाल इस घटना के बाद अभी तक पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है.