युवक के दोस्त को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
भोरे-भिंगारी रोड पर हुई घटना
भोरे : भोरे में रविवार की देर रात एक युवक को अपराधियों ने चाकू घोंप दिया दिया, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. घटना के बाद युवक के साथ रहे उसके दोस्त को पुलिस हिरासत में लेक र पूछताछ कर रही है. वैसे अभी तक घटना के कारणों का खुलासा नहीं हो रहा है. दूसरी तरफ पुलिस इस घटना में दोस्त की संदिग्ध भूमिका को लेकर एक साथ दो अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही है.
युवक की मौत के बाद पुलिस उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेज दिया है. बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव के बैकुंठपुर टोले के जगदीश भगत के 22 वर्षीय पुत्र लखन भगत अपने पिता के साथ भोरे के एक गांव में शादी समारोह में खाना बनाने गया था. वहां से वह पत्नी श्वाति कुमारी से मिलने अपनी ससुराल डूमर नरेंद्र गांव गया.
डूमर नरेंद्र जाने के समय अपने दोस्त गोविंद भगत को भी साथ ले लिया. पत्नी से मिलने के बाद जब वह वापस भोरे आया, तो उसने अपनी बाइक में पेट्रोल लेकर अपने गांव की ओर निकल पड़ा. इसी बीच भोरे-भिंगारी रोड में खदही गांव के समीप जीन स्थान के पास उसकी बाइक एक दूसरी बाइक से टकरा गयी. इसको लेकर दोनों बाइक सवारों के बीच झड़प होने लगी.
इसी दौरान उसके दोस्त गोविंद भगत को बाइक सवारों ने पीटना शुरू कर दिया. दोस्त को बचाने पहुंचे लखन भगत को पीछे से किसी ने चाकू घोंप दिया. बाद में उसके दोस्त गोविंद भगत ने उसे सिसई स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके दोस्त को हिरासत में लेते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेज दिया. फिलहाल घटना के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.
शादी के बाद नहीं हुआ था गवना
लखन अपने परिवार का इकलौता सदस्य था. उसकी मौत के बाद उसके पूरे परिवार में कोहराम मचा है. खदही गांव के पास स्थित जीन स्थान के पास आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसके कारण हत्यारों ने लखन भगत की जान ले ली. लखन की मौत के बाद पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है.
बता दें कि लखन के पिता जगदीश भगत की पहली शादी बगहवां मिश्र गांव में हुई थी. लखन के जन्म के बाद उसकी मां बीमारी के कारण चल बसी. कुछ वर्षो तक उसके पिता जगदीश भगत उसकी परवरिश की. लेकिन बाद में उसने दूसरी शादी कर ली.
लखन जब बड़ा हुआ, तो वह अपने पिता के साथ शादी समारोह में हलवाई का काम करने लगा. इसी बीच दो वर्ष पूर्व डूमर नरेंद्र गांव की स्वाति के साथ उसकी शादी हो गयी. शादी के बाद उसका गवना नहीं हुआ था.
हत्यारों से हुई थी हाथापाई : लखन भगत के दोस्त गोविंद भगत ने जो पुलिस को बयान दिया है, उसके मुताबिक हत्यारों के साथ हाथपाई हुई थी.
जिस कारण वह सड़क के किनारे बने गढ्ढे में गिर गया था. लेकिन गोविंद भगत के शरीर पर पुलिस को कहीं भी चोट या धूल के निशान भी नहीं मिले हैं. पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि अगर दोनों बाइकों के बीच टक्कर हुई, तो फिर लखन भगत की बाइक क्षतिग्रस्त क्यों नहीं हुई.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कोई भी बाइक सवार दुर्घटना के बाद इस तरह का हिंसक कदम उठा सकता है. फिलहाल पुलिस मृतक लखन भगत एवं गोविंद भगत के मोबाइल का सीडीआर जांच करने में जुटी है, ताकि यह पता चल सके कि दोनों की बात उस दौरान किस-किस से हुई थी.