गोपालगंज : वाराणसी में स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मालवीय भवन में आयोजित विवि के शताब्दी वर्ष गीता प्रवचन सत्र समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान कृष्ण तथा महा मना पं मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आइपीएस अधिकारी रहे बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने अपने व्याख्यान में कहा कि भक्त की प्रतिज्ञा को भगवान अक्षुण्ण रखता है.
गीता सर्व साध्य तथा सर्व श्रेष्ठ ग्रंथ है, जबकि विशिष्ट अतिथि फैजाबाद विवि के कुलपति को गुलाब चंद जायसवाल ने भागवत गीता के नवम् पाठ के परायण पर प्रकाश डाला. बीएचयू के कुलपति प्रो गिरीश चंद त्रिपाठी ने कहा कि संसार में नाना व्यवहार में अपनी भूमिका समझना आवश्यक है. प्रो शिव नारायण शिवगंगो उपाध्याय, डॉ ज्ञानेंद्र चंद्र पांडेय ने भजन प्रस्तुत किया. सभागत अतिथियों का स्वागत डॉ उपेंद्र कुमार त्रिपाठी ने किया, संचालन डॉ शरतिद्र कुमार त्रिपाठी ने किया. इस मौके पर प्रो यूपी शाही, डॉ सुनील कुमार मिश्र, डॉ प्रेम प्रकाश सोलंकी, प्रो सत्येंद्र सिंह, डॉ दयाशंकर त्रिपाठी, प्रो महेंद्र नाथ राय, प्रो के चंद्र मौली, प्रो भागवत श्रवण शुक्ल, डॉ सुरेश के नायर, प्रो पवन मिश्र की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही. कार्यक्रम का समापन प्रो सुमन जैन ने धन्यवाद ज्ञापन से किया.