लेकिन, कॉलेजों में चल रह रहे रेगुलर मोड से संबंधित कोर्स के विद्यार्थियों के लिए सेमिनार व अन्य प्रतियोगिता कराने के लिए कॉलेज प्रशासन के पास वित्तीय अधिकारी सीमित हैं. ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों ने एक नयी सोच को डेवलप किया और किसी प्रकार के कार्यक्रमों के लिए वित्तीय संकट नहीं आये, इसकी भरपाई को लेकर स्टूडेंट्स-टीचर्स एकेडमिक फंड बनाया है.
इसमें विद्यार्थी सहित अन्य लोग अपनी स्वेच्छा से रुपये दान करेंगे और इन पैसों का उपयोग सेमिनार, वाद-विवाद प्रतियोगिता जैसे अन्य कार्यक्रमों में होनेवाले खर्च पर किया जायेगा. इससे कॉलेज का शैक्षणिक माहौल और बदलेगा. उन्होंने बताया कि सोमवार को स्टूडेंट्स-टीचर्स एकेडमिक फंड में शिक्षकों व अर्थशास्त्र विभाग में कामकाज करनेवालों ने अपना योगदान दिया. इस मौके पर अर्थशास्त्र विभाग के स्टूडेंट्स सूरजभान, शालिनी, हनी, सोलंकी, सिमरन, शुभम, निशांत कुमार व राजीव कुमार सहित अन्य विद्यार्थियों ने अपना योगदान दिया.