गया. मगध यूनिवर्सिटी के तहत पीजी के पठन-पाठन में सेमेस्टर की व्यवस्थाए चरमराने लगी है. आलम यह है कि पहले सेमेस्टर का रिजल्ट आये या न आये, दूसरे का परीक्षा फार्म व परीक्षा लिये जाने की तैयारी शुरू कर दी जा रही है. इस व्यवस्था से विद्यार्थी खासे परेशान हैं. जनरल विषयों का तो और भी बुरा हाल है. न तो रिजल्ट दिया जा रहा है और न ही फार्म भरे जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. वाेकेशनल के रिजल्ट का भी अता-पता नहीं है.
यूनिवर्सिटी की ओर से पीजी जनरल में सेमेस्टर प्रणाली लागू की गयी थी. इस प्रणाली के प्रभावी होते ही पठन-पाठन में बहुत हद तक सुधार व पारदर्शिता की आस जगी थी. लेकिन, यह व्यवस्था कुछ ही महीने चलने के बाद कछुआ चाल से चलने लगी. छात्र भी सेमेस्टर की चाल को देखकर सकते में हैं.
उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कब परीक्षा होगी और कब रिजल्ट आयेगा. गौरतलब है कि छह-छह महीने के चार सेमेस्टर के तहत पठन-पाठन का कार्य पूरा करने का खाका यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार किया गया था. इस अहम व्यवस्था के तहत महाविद्यालयों में भी पठन-पाठन का कार्य जारी रखने के आदेश दिये गये थे. छात्रों का कहना है कि पीजी फर्स्ट सेमेस्टर व फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट अब तक नहीं आया है. वहीं, सेशन 14-16 के पीजी विद्यार्थियों के थर्ड सेमेस्टर का रिजल्ट भी नहीं आया है.
साइंस विषय में पीजी की पढ़ाई कर रहे छात्र अमित सिंह, रंजीत प्रताप, विवेक चौधरी रंजन सिंह का कहना है कि सेमेस्टर तो लागू कर दिया गया, पर उसके तहत न तो पढ़ाई हो पा रही है व न ही परीक्षा व फार्म भरा जा रहा है. इससे पूरा भविष्य दावं पर लगा है. जिसकी वजह से न तो आगे की पढ़ाई पूरी हो पा रही है और न ही भविष्य की तैयारी हो पा रही है. यही हाल वोकेशनल कोर्स का भी है. यहां भी बुरा हाल है. कई विषयों के विभिन्न सेमेस्टरों का रिजल्ट अब तक अटका पड़ा है.