उसके बाद भी नगर निगम बोर्ड की बैठक में दबंगता के बल पर योजना पास करायी गयी. शिकायत के बाद नगर विकास विभाग ने इंजीनियरों की एक टीम गया भेज कर जांच करायी. इसमें आरोप निराधार पाया गया. मंगलवार को एडीबी के परियोजना प्रभारी ने गया पहुंच कर योजनाओं के बारे में जानकारी ली.
शहरी विकास अभिकरण के कार्यपालक अभियंता विनोद प्रसाद ने बताया कि नगर निगम ने शहर में जल संकट दूर करने के लिए 31 योजनाओं का चयन किया है.