महाबोधि मंदिर परिसर से निकली विरासत यात्रा बोधगया मठ पहुंची और वहां रखे ऐतिहासिक बौद्ध मूर्तियों का जायजा लिया. इस यात्रा में शामिल लोगों ने निरंजना तट का भी जायजा लिया. विरासत यात्रा के संयोजक डॉ राकेश कुमार सिन्हा रवि ने बताया कि धरोहरों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विरासत यात्रा का शुभारंभ किया गया है.
इसके आयोजनकर्ता हैं बिहार विरासत विकास समिति. इसका केंद्र बोधगया में भी स्थापित किया गया है. इस बार मई महीने के बाद यह तीसरी यात्रा है. हरेक महीने के पहले रविवार को यह यात्रा प्रस्तावित है. रविवार को यह यात्रा महाबोधि मंदिर, पवित्र बोधिवृक्ष, बोधगया मठ व निरंजना तट तक होगी. उन्होंने विरासत यात्रा के उद्देश्यों के बारे में बताया कि जन सामान्य के बीच धरोहर के प्रति जागरूकता फैलाना. अपने इतिहास, पुरातत्व व अपने वैभव के बारे में जानने-समझने से है, ताकि आमजन भी इतिहास के प्रति अपने स्वयं के प्रति भागीदारी अदा कर सकें. इसका संरक्षण, संवर्द्धन व प्रचार-प्रसार में भूमिका अदा कर सके.