विधायक का बेटा होने के कारण प्रशासन भी खुल कर कार्रवाई करने से बच रहा है. दबाव पड़ने पर कार्रवाई की जाती है. आरोपित के िवरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलायी जाये. नेताओं ने कहा कि किसान व आम जन तबाह हैं. राज्य में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह फेल हो गया है. किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को विवश हैं. इस मौके पर जिलाध्यक्ष तौसीफुर रहमान खां, प्रदेश संगठन सचिव अरविंद कुमार सिंह, दलित सेना जिलाध्यक्ष नवीन कुमार व अन्य मौजूद थे.
इधर, भाकपा-माले के पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने पीड़ित डाक्टर से मिल कर घटना की जानकारी ली. श्री सिंह ने कहा कि आज सुशासन बाबू के राज में उन्हीं के लोग आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. पूरे राज्य में गुंडों का राज हो गया है. डॉक्टर व अधिकारी सत्तापक्ष के विधायक व नेताओं से डरे सहमे हैं.