कनेक्शन काटने के बाद भी जल रहीं निगम मुख्यालय में लाइटें
गया : बिजली विभाग गड़बड़ी करनेवाले उपभोक्ताओं के विरुद्ध अभियान चला रखा है. शहर के कई इलाकों में छापेमारी कर विभाग ने दर्जनों लोगों पर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया है.
आमलोगों पर लाखों रुपये का जुर्माना ठोंका है. पर, विभाग आम उपभोक्ताओं पर कार्रवाई में जो तेजी दिखाता है, वही तेजी बड़े कद वाले सरकारी विभागों के मामले में नहीं दिखती. नगर निगम का ही मामला लें, तो बात साफ हो जाती है. गया नगर निगम पर बिजली बिल के मद में भारी-भरकम बकाये के कारण बिजली विभाग ने अधिसंख्य हाइमास्ट व स्ट्रीट लाइटों का कनेक्शन काट दिया है.
हालांकि इसका खामियाजा निगम नहीं, बल्कि आमलोग ही भुगत रहे हैं. उन्हें ही अंधेरे में सड़कों की लंबाई मापनी पड़ रही है. इस बीच, बिजली विभाग ने नगर निगम कार्यालय का भी कनेक्शन बुधवार की शाम को काट दिया था. पर, तब से रविवार की रात तक नगर निगम कार्यालय में लाइटें जलती पायी गयीं. इसके बावजूद बिजली विभाग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी.
आखिर क्यों? सूत्रों के मुताबिक, कनेक्शन काटे जाने के बाद फिर से जोड़ लिया गया है. और अव्वल तो यह कि इसकी जानकारी बिजली विभाग को है भी. पर, सब जानते हुए भी बिजली विभाग अनजान दिखने की कोशिश कर रहा है.
होगी जांच : कार्यपालक अभियंता: बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता बिनोद प्रजापति (शहरी) ने रविवार की शाम बताया कि निगम कार्यालय का कनेक्शन काटा गया था.
हो सकता है कि जेनेरेटर से लाइटें जल रही होंगी. इसकी जांच करायी जायेगी कि कैसे लाइटें जल रही हैं. इस बीच इस संबंध में निगम आयुक्त से भी बात करने की कोशिश की गयी, पर वह उपलब्ध नहीं पाये गये.