गया : अक्षय नवमी सोमवार को है. इस दिन भतुआ व आंवले का विशेष महत्व है. बाजार में रविवार को भतुआ की कीमत अधिक होने के कारण खरीदार परेशान रहे. सुबह में जहां एक भतुआ की कीमत 25 से 30 था, वहीं शाम होते–होते 35 से 40 रुपये हो गयी, जबकि आंवला 20 रुपये किलो बिक रहा था.
पंडितों के मुताबिक भतुआ में जेवरात, पैसे व अन्य सामग्री भरकर जो लोग ब्राह्मणों को गुप्त दान करते हैं, उनका किये गये दान का क्षय नहीं होता. परलोक में जाने पर उन्हें यहां किये गये दान का फल मिलता है.
इस दिन आंवला खाने व आंवला के पेड़ के नीचे पकवान बना कर खाने का फल भी मिलता है. इसका कुछ वैज्ञानिक कारण भी है. अक्षय नवमी में दान–पुण्य के सामान की खरीद के लिए बाजार में भीड़–भाड़ देखी गयी.