गया : शारदीय नवरात्र के पहले दिन मंगलवार को मां दुर्गा के पहले रूप मां शैलपुत्री की पूजन के साथ शहर के पूजा पंडालों व मंदिरों समेत घरों में कलश स्थापना व दुर्गा पाठ शुरू हुआ. वहीं, केपी रोड-धामीटोला में शोभायात्रा के साथ रामचरितमानस नवाह्न परायण यज्ञ समिति की तरफ से रामायण नवाह्न पाठ का शुभारंभ किया गया.
शोभायात्रा में शहर के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. रामायण नवाह्न पाठ मथुरा के व्यास राधाकांत गोस्वामी के नेतृत्व में 51 ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा है. उधर, शहर में कई जगहों पर भव्य पूजा पंडालों व मां दुर्गा की मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसमें गया के अलावा आसनसोल व कोलकाता के कलाकार दिन-रात लगे हुए हैं.शहर के बंगाली कालोनी, दुर्गाबाड़ी, स्टेशन के बाहर, गुरुद्वारा रोड, गोल बगीचा, दवा मंडी, टिकारी रोड नौ दुर्गा, जिला स्कूल, आशा सिंह मोड़, रामपुर, गेवालबिगहा, शाहमीर तक्या दुर्गा स्थान, झीलगंज, नयी गोदाम, बागेश्वरी, पनदरीवा, चांदचौरा, बाइपास, मंगलागौरी व पितामहेश्वर शीतला मंदिर में कलश स्थापना कर मां के प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना के बाद दुर्गा पाठ शुरू किया गया.
वहीं, इन जगहों पर पूजा पंडालओं व प्रतिमाओं को कलाकारों द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा है. बाराचट्टी प्रतिनिधि के अनुसार, शारदीय नवरात्र के पहले दिन बाराचट्टी प्रखंड क्षेत्र के घरों व मंदिरों में दुर्गा पाठ शुरू हुआ. वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया है. मंगलवार को लोगों ने अहले सुबह स्नान कर मंदिरों व घरों में पूजा-पाठ किया. बेलागंज प्रतिनिधि के अनुसार, स्थानीय काली मंदिर व वेंकटेश्वरनाथ धाम सहित बेलागंज प्रखंड क्षेत्र में कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा शुरू हुई. नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी.