वजीरगंज : थाना क्षेत्र के भूरा गांव में मामा की हत्या के आरोपित दो भगीनों समेत चार लोगों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने फतेहपुर व वजीरगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की. लेकिन, सभी अपने–अपने ठिकानों से फरार मिले.
सोमवार को हुई घटना के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर वजीरगंज कैंप के डीएसपी एमके आनंद व वजीरगंज थानाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी शुरू की गयी. थानाध्यक्ष ने बताया कि छापेमारी अब भी जारी है. उन्होंने बताया कि सोमवार को भूरा गांव में गोली मार कर वाल्मीकि सिंह की हत्या कर दी गयी थी.
इस मामले में उनकी पत्नी ने वाल्मीकि सिंह के दो भगीना नन्हक सिंह, उपेंद्र सिंह और उपेंद्र सिंह के बेटे सुमन व छोटू सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. सभी फतेहपुर थाने के पास के रहनेवाले हैं. घटनास्थल से बरामद बोलेरो व बाइक जब्त कर ली गयी है.
गौरतलब है कि फतेहपुर के रहनेवाले नन्हक सिंह व उपेंद्र सिंह के बीच संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद था.
इसे सुलझाने के लिए भूरा निवासी वाल्मीकि सिंह के बड़े भाई भोला सिंह फतेहपुर गये थे. घंटों पंचायत हुई, लेकिन बात नहीं बनी, तो सोमवार को उपेंद्र सिंह व नन्हक सिंह अपने–अपने परिजनों के साथ अपने मामा के घर भूरा गांव पहुंचे. एएसपी ने बताया कि वाल्मीकि सिंह ने दोनों भगीनों को समझाना शुरू किया.
इसी दौरान नन्हक सिंह को अपने भाई उपेंद्र सिंह पर गुस्सा आ गया. उसने भाई व भतीजों पर पिस्तौल तान दी. वहां मौजूद लोगों ने बीच बचाव किया. इस दौरान नन्हक सिंह द्वारा चलायी गयीं दो गोलियां वाल्मीकि सिंह को लगीं. उन्हें घायल हालत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वजीरगंज में भरती कराया गया. डॉक्टरों ने उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया. लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी.