सीयूएसबी के जनसंपर्क पदाधिकारी मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि यूनिवर्सिटी परिवार को शिखा की उपलब्धि पर गर्व है. इसके लिए उसके सुपरवाइजर की भूमिका भी सराहनीय है.
पीआरओ ने बताया कि काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआउआर) हर वर्ष देशभर में विज्ञान के क्षेत्र में कुछ शोधकर्ताओं को फेलोशिप प्रदान करता है. शिखा ने कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच बाजी मारी है. पीआरओ ने बताया कि एसआरएफ के लिए हर महीने 28,000 रुपये मिलते हैं. संबंधित विश्वविद्यालय या संस्थान को भी 20,000 रुपये का वार्षिक अनुदान दिया जाता है. एसआरएफ की शुरू में अवधि दो वर्ष की होती है, जिसे विशेषज्ञ समिति के अनुमोदन पर तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है.