प्रदर्शनकारियों ने पूछा कि कुलपति ने किस परिस्थिति में आइआइएम की स्थापना के लिए एमयू कैंपस में जमीन दिये जाने की सहमति दी है? इस पर प्रतिकुलपति ने कहा कि इस बारे में उनके पास कोई जवाब नहीं है. प्रतिकुलपति ने कहा कि उन्होंने तो शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव द्वारा भेजे गये पत्र के आलोक में शिक्षकों व कर्मचारियों की भावना व एमयू की जमीन पर एमयू से जुड़े संस्थान खोले जाने का हवाला देते हुए जमीन का हस्तांतरण करने में असमर्थता जाहिर कर दी थी.
उन्होंने कहा कि भविष्य में एमयू कैंपस में होनेवाले निर्माण के लिए जमीन की कमी हो जायेगी व एमयू का विकास थम जायेगा. अध्यक्ष ने आइआइएम की स्थापना का स्वागत करते हुए कहा कि एमयू की जमीन, जो कैंपस से थोड़ी ही दूरी पर श्रीपुर-मोचारिम में है, उक्त जमीन पर स्थापना क्यों नहीं करायी जा रही है. कर्मचारियों के समर्थन में युवा शक्ति के जिला अध्यक्ष भवानी सिंह, उपाध्यक्ष डॉ नवनीत कुमार (बाबा), एमयू अध्यक्ष अंजय कुमार, अमित कुमार सिंह, महासचिव भोला यादव, मल्लु कुमार, सुशील कुमार, मनोज कुमार, हाबिद खान, स्वीटी कुमारी, संगीता कुमारी व अन्य धरना स्थल पर जमे रहे. एमयू में तालाबंदी से कार्यालय के कामकाज के साथ ही विभिन्न पीजी विभागों में पढ़ाई-लिखाई ठप रही.