गया: उत्तराखंड के केदारनाथ, गौरीकुंड, बद्रीनाथ व हेमकुंड साहिब आदि तीर्थस्थलों पर प्राकृतिक त्रसदी के शिकार हुए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार को विष्णुपद के देवघाट पर गयाधाम के पंडा समाज ने तर्पण किया.
मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए तीन महीने बाद पितृपक्ष के मौके पर पिंडदान व श्रद्धकर्म किया जायेगा. तर्पण रामराज मिश्र व भानु शास्त्री के आचार्यत्व में हुआ. इसमें यजमान बने गया के पंडाजी राजेश लाल कटरियार, संतोष बारीक, गाजोलाल गुपुत, हरिहरनाथ, कल्लू चौधरी, विनीत पाठक आदि ने तर्पण किया. अंत:सलिला पावन फल्गु में जल से तर्पण देकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए श्लोक पढ़े गये.
संतोष बारीक ने इस बारे में बताता कि चूंकि प्राणी के मरे हुए तीन महीने का वक्त नहीं गुजरा है. इस कारण पिंडदान नहीं हो सकता. उन मृतात्माओं की आत्मा की शांति व मोक्ष की प्राप्ति के लिए पितृपक्ष के मौके पर पिंडदान किया जायेगा.