गया: मैं गया का रहनेवाला हूं, लेकिन, अब बिहार का मुख्यमंत्री भी हूं. जिंदाबाद नहीं, विकास में मदद करें. नहीं तो गया जिले की बड़ी बदनामी होगी. ये बातें गुरुवार की रात मुख्यमंत्री ने जीतन राम मांझी ने स्वयंसेवी संस्था ‘समर्पण’ के अभिनंदन समारोह में कहीं.
उन्होंने कहा कि पूजा में उनकी आस्था नहीं है, पर ‘आप’ नाराज न हो जायें, इसलिए करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि गयावासियों की समस्या से वह पूरी तरह अवगत हैं. बावजूद सबकी सुनने की इच्छा होती है. लेकिन, समय के अभाव के कारण संभव नहीं होता है.
उन्होंने कहा कि 10-15 दिन के अंदर कम-से-कम दो घंटे का समय लेकर समर्पण में आयेंगे. इससे पहले समर्पण परिवार ने अंग-वस्त्र देकर सीएम का अभिनंदन किया. समारोह की अध्यक्षता वयोवृद्ध साहित्यकार गोवर्धन प्रसाद सदय व संचालन संस्था के संस्थापक व चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ संकेत नारायण सिंह ने किया. मौके पर शिक्षक, पत्रकार, डॉक्टर, अधिवक्ता, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता व गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.