गया: लोकसभा चुनाव व वाहनों का परिचालन बंद रहने के कारण गुरुवार को मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में काफी कम मरीज आये. इसके कारण मरीजों से ज्यादा डॉक्टर ही दिख रहे थे. चुनाव में किसी प्रकार की हिंसक घटना नहीं होने से अस्पताल प्रशासन समेत विभिन्न विभाग के डॉक्टर व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली.
गौरतलब है कि गया व औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में चुनाव के दौरान नक्सलियों द्वारा हिंसक वारदात किये जाने की आशंका के मद्देनजर गुरुवार को सभी डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गयी थी.
चुनाव संपन्न होने तक सभी को अस्पताल में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया था. गुरुवार को अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा ने पूरे अस्पताल का भ्रमण किया. सभी विभाग के ओपीडी में पंजीकृत मरीजों, उपस्थित डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ के बारे में जानकारी ली. डॉ सिन्हा ने बताया कि करीब 10:30 बजे तक सभी विभागों के ओपीडी में मात्र 25 मरीजों का ही पंजीकरण हो सका था. बाद में कुछ और मरीज आये. शशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ एके रवि के अनुसार, उनके ओपीडी में केवल सात मरीज आये, जबकि इस विभाग में प्रतिदिन औसतन सौ मरीज पंजीकृत होते हैं. इससे गुरुवार को डॉक्टर व कर्मचारी तनाव मुक्त दिखे. आराम की मुद्रा में सामूहिक रूप से बैठ कर आपस में बातचीत करते रहे. हालांकि, एहतियात के तौर पर इएनटी वार्ड में 16 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है जो शुक्रवार रहेगा. वार्ड में जीवनरक्षक दवाएं समेत अन्य दवाएं व पर्याप्त पारा मेडिकल स्टाफ तैनात हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना होने पर तत्काल चिकित्सा सेवा मुहैया करायी जा सके.