दरभंगा : इंटर परीक्षा के दौरान प्रशासन ने कहा था कि सभी केंद्रों पर चहारदीवारी, जालीयुक्त खिड़की की व्यवस्था होगी. जहां इस तरह की व्यवस्था नहीं होगी, वहां सेंटर नहीं बनाया जायेगा. मैट्रिक की परीक्षा को लेकर भी रविवार को कुछ इसी तरह की बात कही गयी. जबकि सच्चाई यह है कि अधिकांश केंद्रों पर खिड़कियों में जाली नहीं है.
कई केंद्रों पर चहारदीवारी तक नहीं है. लोहिया चरण सिंह कॉलेज के कई कमरे का तो यह हाल है कि जाली तो दूर, खिड़की में पल्ला तक नहीं है. बिना पल्ला के खिड़की रहने के कारण बाहर से चिट फेंकना तो दूर लोग अंदर प्रवेश भी कर सकते हैं. बावजूद परीक्षा कदाचारमुक्त ढंग से चल रहा है. इस स्थिति में प्रशासन का यह कहना कि जालीयुक्त खिड़की नहीं रहने पर केंद्र बदला जा सकता है, हास्यास्पद है.