दरभंगा : डीएमसीएच के प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा ने सोमवार को महाराजा कामेश्वर सिंह की 109वीं जयंती के मौके पर दो दिवसीय नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया. महाराजा कामेश्वर सिंह मेमोरियल हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर (राज हॉस्पीटल) में आयोजित समारोह में प्राचार्य डॉ सिन्हा ने कहा कि महाराजा कामेश्वर सिंह की दानशीलता देश में चर्चित है. बीएचयू(यूपी), दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य प्रदेशों के स्वास्थ्य और शिक्षा में उनका काफी योगदान रहा है.
उन्होंने कहा कि महाराजा ने कई क्षेत्रों में जमीन और राशि भी दिये.
मुख्य अतिथि नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ रमण कुमार वर्मा ने कहा कि डीएमसीएच के छात्रों का इकलौता प्रशिक्षण केंद्र एमकेएसएम हॉस्पीटल(राज अस्पताल)था.महाराजाधिराज ने डीएमसीएच के विकास के लिए सैंकड़ों एकड़ जमीन दिये. मेडिकल टेंपुल स्कूल 1946 में मेडिकल कॉलेज में तब्दील हो गया. राज अस्पताल 1887 से अविभाजित पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल था.
डॉ वर्मा ने यहां के मरीजों को कामेश्वरी प्रिया पूअर होम में नेत्र के मुफ्त ऑपरेशन की घोषणा की. डॉ एसके दास ने निजी क्लिनिक एमआरएम रोड में हर माह के 9, 16 और 24 तारीख को ब्लड सूगर, दम्मा, टीबी आदि के मुफ्त जांच की घोषणा की.
संस्था के सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि महाराजा का योगदान हरेक क्षेत्रों में रहा है. इसलिए वे आज भी आदरणीय है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ एमएम कोले ने कहा कि इस अस्पताल को पटरी पर लाने के लिए राजकुमार शुभेश्वर सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इस मौके पर राज परिवार के रत्नेश्वर सिंह, आशुतोष दत्त,मुरली, ओमनाथ, प्रकाश झा, अमर, डॉ पूजा आदि उपस्थित थे. परिसर में विशेषज्ञ डाॅक्टरों ने शिविर में करीब 400 मरीजों की जांच और दवा वितरण किया गया.