दरभंगा : लहेरियासराय थाना के काजीपुरा मुहल्ले में मंगलवार को साइकिल से घर आ रहे सात वर्षीय एक बच्चे की मौत ट्रेक्टर कु चलकर हो गयी. इससे मुहल्लवासी आक्रोशित हो गये. गुस्सायी भीड़ ने दुर्घटना को अंजामम देनेवाले सहित एक दूसरे ट्रेक्टर को आग के हवाले कर दिया. इस घटना के विरोध में घंटो सड़क जाम रखा.
इस दौरान पहुंची पुलिस को भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ा. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी की. इसके शिकार एएसपी सह सदर डीएसपी हो गये. बाद में सिटी एसपी से वार्त्ता के बाद मामला शांत हुआ. जानकारी के अनुसार मो जयाउद्दीन अंसारी का पुत्र दानिश (7) मस्जिद के सामनेवाले मैदान से साइकिल चला घर वापस आ रहा था.
इसी दौरान सामने से मिट्टी लोडकर आ रही बिना नंबर की ट्रेक्टर ने उसे कुचल दिया. इससे उसकी मौत घटना स्थल पर ही हो गयी. दुर्घटना के बाद उस समय आ रहे दोनों ट्रेक्टर के चालक वहां से फरार हो गया. इस दौरान भीड़ वहां जमा हो गयी. भीड़ के हत्थे दूसरे ट्रेक्टर पर सवाड़ एक दूसरा आदमी बल्लोपुर निवासी मो मुन्ना के पुत्र राना लग गया. भीड़ उसी पर गुस्सा उतारने के लिए आतुर हो गयी. इस पर वार्ड पार्षद अनावरूल हक ने उसे बचाते हुए अपने घर में बंद कर दिया. इससे लोगों का गुस्सा और भड़क उठा. इसी बीच सूचना पुलिस को दी गयी. लहेरियासराय थाना की पुलिस वहां पहुंची.
वहां की स्थिति को देखते हुए बेता, नगर, बहादुरपुर, विश्वविद्यालय थाना से भी पुलिस को बुला लिया गया. एएसपी सह सदर डीएसपी दिलनवाज अहमद भी वहां पहुंच गये. भीड़ घर में बंद उस व्यक्ति को बाहर निकालना चाह रही थी. पुलिस इससे रोक रही थी. इसको लेकर दोनों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. इसके शिकार श्री अहमद भी हो गये.
लोगा ताला तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. इसमें नाकाम होने पर ट्रेक्टर में आग लगा दी. दोनों गाडि़यां धू-धू कर जलने लगी. लोगों का कहना है कि दोनों चालकों में रेस सी नजर आ रही थी. दोनों बेतरतीब गाड़ी चला रहे थे. इसी वजह से दुर्घटना हो गयी. इधर स्थिति की नाजकत को देखते हुए सिटी एसपी हर किशोर राय खुद वहां पहुंचे. उन्होंने लोगों को काफी समझा बुझाकर मामला शांत किया. उनसे वार्त्ता के बाद भीड़ का गुस्सा शांत हुआ और जाम समाप्त किया गया.
इस क्रम में करीब दो घंटे सड़क जाम रही. वाहन मालिक के गिरफ्तारी की कर रहे थे मांग लोग ट्रेक्टर के मालिक बल्लोपुर निवासी मो हैदर को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. लोगों का कहना था कि इस रास्ते में ट्रेक्टर नहीं चलाने के लिए कई बार पहले भी कहा गया था, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ.
बदूस्तूर वह इसी मार्ग से अपना धंधा चलाते रहे. सनद रहे कि जमीन में मिट्टी भरने के लिए एकमी सहित ग्रामीण इलाके से वाहनों का परिचालन इस रास्ते से होता है. प्रमुख सड़कों पर नो इंट्री रहने के कारण इसी मार्ग का सहारा दूसरे इलाके के लिए भी किया जाता है.