डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग-2 में 14 अगस्त को एक लावारिस मरीज को भरती कराया गया था. वह लकवा से पीड़ित था. उसपर करीब तीन घंटे तक किसी की नजर नहीं गयी. तीसरे शिफ्ट के एक कर्मी की नजर उसपर पड़ी. उसकी मदद से इलाज शुरू हुई. लकवा के कारण उसकी आवाज गुम हो गयी है.
वह उठने और बैठने में भी असमर्थ था. अब उसमें सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. मरीज बेड पर बैठता है और बोलने का प्रयास करता है. अब जब वह अपने परिजनों को ढूंढ़ रहे हैं तो परिजन नदारद थे. उसका सिटी स्कैन भी कराया गया है.