दरभंगा. उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट सबसे सफलतम एयरपोर्ट के रूप में शुमार हो चुका है. इस पर अब नागर विमानन विभाग की मुहर भी लग गयी है. सांसद गोपाल जी ठाकुर ने लोकसभा में उड़ान योजना के तहत संचालित दरभंगा एयरपोर्ट की उपलब्धि और वहां उपलब्ध सुविधाओं के बाबत जानकारी मांगी थी. जवाब में नागर विमानन राज्यमंत्री डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत दरभंगा हवाई अड्डा सबसे सफलतम एयरपोर्ट है.
फ्लाइट के मामले में दरभंगा हवाई अड्डा 95 प्रतिशत से अधिक पैसेंजर लोड फैक्टर के साथ क्षेत्रीय हब बन गया है. यात्रियों की मूलभूत सुविधा में कमी को लेकर सांसद द्वारा किये गये सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि भारतीय विमानन प्राधिकरण द्वारा 120 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट का विकास किया गया है. टर्मिनल भवन के निर्माण, कैट वन लाइटिंग, कार पार्किंग, कार्यालयों आदि की व्यवस्था के क्रम में बिहार सरकार से 78 एकड़ भूमि आवंटित किये जाने की प्रतीक्षा की जा रही है. विभाग ने कहा कि हवाई अड्डा का विकास विभिन्न कारकों पर निर्भर है. इसमें भूमि की उपलब्धता, व्यावसायिक व्यवहार्यता, सामाजिक, आर्थिक आदि कारण शामिल होते है.
पिछले माह यहां से यात्रा करने वालों की संख्या 10 लाख को पार कर गयी. 20 माह में 6899 विमानों से 10 लाख 15 हजार 232 यात्रियों ने सफर किये. यात्रियों के मामले में दरभंगा एयरपोर्ट देश स्तर पर नामचीन बन गया. अप्रैल में सर्वाधिक 83 हजार से अधिक लोगों ने यात्रा की. अबतक किसी एक माह में सर्वाधिक यात्रियों की संख्या अप्रैल में रही. अप्रैल में अब तक का सर्वाधिक 83 हजार 460 यात्रियों ने यात्रा की. इस महीना कुल 574 जहाजों ने लैंड व टेक ऑफ किया, जो अब तक का सबसे अधिक है.
बता दें कि आठ नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान सेवा की शुरूआत हुई थी. उस समय यहां तीन महानगर दिल्ली, मुंबई व बेंगलुरु रूट पर उड़ान सेवा प्रारंभ की गयी थी. महज चार महीने में यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या एक लाख को पार कर गयी थी. उद्घाटन के चार माह में लगभग 650 उड़ानों से करीब 1.10 लाख लोगों ने दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन किया. इस प्रकार दरभंगा हवाई अड्डा, केंद्र की क्षेत्रीय संपर्क योजना आरसीएस उड़ान के तहत सफलतम एयरपोर्ट साबित हो रहा है. यात्रियों के आवागमन मामले में नित नया रिकार्ड बनाता जा रहा है.