पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि सरकार डब्ल्यूएचओ के मानक के अनुसार चिकित्सा सेवा देने के लिए प्रयास कर रही है. अस्पतालों में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ की रिक्तियों को जल्दी- से- जल्दी भरने के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग से समन्वय स्थापित किया जा रहा है.
वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी के 3706 एवं सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी के 2632 (कुल 6338 पद) रिक्त हैं. नियुक्ति को अधियाचना सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से बिहार तकनीकी सेवा आयोग को भेजी जा चुकी है.
आयोग से चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति की अनुशंसा जल्दी- से- जल्दी हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. आयोग से चयनितों की सूची मिलते ही डाॅक्टरों की नियुक्ति कर दी जायेगी. मंत्री शुक्रवार को विधानसभा में राज्य में अस्पतालों की स्थिति, डाॅक्टरों की कमी आदि प्रश्नों पर सरकार की ओर से जवाब दे रहे थे.
सदन को बताया कि राज्य में स्टाफ नर्स ग्रेड ‘ए’ का कुल 14193 पद स्वीकृत हैं, जिसके विरुद्ध 10165 स्टाफ नर्स ग्रेड ‘ए’ कार्यरत है. 9130 स्टाफ नर्स ग्रेड ‘ए’ की अधियाचना बिहार तकनीकी सेवा आयोग को भेजी गयी थी.
मानक के अनुरूप चिकित्सक, नर्स एवं अन्य मानव संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कुल 11 नये मेडिकल कॉलेज, 23 नये जीएनएम स्कूल, 54 नये नर्सिंग स्कूल तथा 28 नये पारा मेडिकल संस्थान खोले जा रहे हैं.
राज्य सरकार द्वारा बिहार तकनीकी सेवा आयोग की अनुशंसा के आलोक में वर्ष 2020 में जुलाई से सितंबर तक कुल 929 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी एवं 3186 सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी की नियुक्ति कर पदस्थापना की है.
पदनाम कार्यरत संख्या
निबंधित एलोपैथिक
चिकित्सक 40100
आयुर्वेदिक चिकित्सक 33922
होमियोपैथिक
चिकित्सक 34257
यूनानी चिकित्सक 5203
दंत चिकित्सक 6130
नर्स 31414
(विस में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गयी जानकारी)
पद स्वीकृत उपलब्ध रिक्त
विशेषज्ञ चिकित्सक – 814 – 113 – 701
सामान्य चिकित्सक – 915 – 289 – 626
दंत चिकित्सक – 09 – 07 – 02
स्टाफ नर्स – 5236 – 421 – 4815
(विस में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गयी जानकारी )
Posted by Ashish Jha