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सिकटा बीडीओ, तत्कालीन नरकटियागंज बीडीओ समेत सात होंगे गिरफ्तार!
शिकारपुर के मलदहिया पोखरिया पंचायत में इंदिरा आवास में फरजीवाड़ा का मामला, बैंक प्रबंधक व मुखिया भी होंगे गिरफ्तार लोकायुक्त की जांच में सत्य पाया गया मामला, पांच साल बाद हुई कार्रवाई फरजी तरीके से इंदिरा आवास का लाभ पहुंचाने का है सभी पर आरोप नरकटियागंज : शिकारपुर थाना क्षेत्र मलदहिया पोखरिया पंचायत में फरजी […]
शिकारपुर के मलदहिया पोखरिया पंचायत में इंदिरा आवास में फरजीवाड़ा का मामला, बैंक प्रबंधक व मुखिया भी होंगे गिरफ्तार
लोकायुक्त की जांच में सत्य पाया गया मामला, पांच साल बाद हुई कार्रवाई
फरजी तरीके से इंदिरा आवास का लाभ पहुंचाने का है सभी पर आरोप
नरकटियागंज : शिकारपुर थाना क्षेत्र मलदहिया पोखरिया पंचायत में फरजी लाभार्थियों को इंदिरा आवास की राशि भुगतान करने के मामले में तत्कालीन बीडीओ मनोज कुमार, नरकटियागंज के तत्कालीन इंदिरा आवास पर्यवेक्षक मौजूदा सिकटा बीडीओ अनवार अहमद, तत्कालिन मुखिया मधुबाला तिवारी, पंचायत सचिव, ग्रामीण बैंक चमुआ के प्रबंधक व कैशियर की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. लोकायुक्त की जांच में फरजीवाड़े का मामला प्रथम दृष्टया सही पाया गया है. लिहाजा लोकायुक्त ने सभी के खिलाफ कार्रवाई का आदेश शिकारपुर पुलिस को दिया है. पुलिस अब इनकी गिरफ्तारी में जुट गयी है.
जानकारी के अनुसार, मलदहिया पोखरिया पंचायत में इंदिरा आवास में भारी पैमाने पर फर्जी वाड़े को लेकर तीन प्राथमिकी शिकारपुर थाना में दर्ज कराया गया था़ तीनों प्राथमिकी में तत्तकालिन मुखिया मधुबाला तिवारी, पंचायत सचिव सहित आधा दर्जन लोगों को नामजद किया गया था़ इस मामलें में बेतिया के तत्कालीन एसपी के आदेश पर कांड अंकित कर उसकी जांच शुरू कर दिया गया था़ पहली प्राथमिकी चेगौना के किशोरी राम के आवेदन पर दर्ज की गयी थी़ जिसमें आरोप था कि उसके स्व. पिता नथूनी राम के नाम पर इंदिरा आवास की राशि का भुगतान कर राशि हजम कर लिया गया है़ जबकि वह एक दशक पूर्व ही स्वर्ग सिधार चुके थे़ दूसरी प्राथमिकी पश्चिमीमलदहिया गांव के समुद्री देवी ने दर्ज कराया है़ जिसमें आरोप है कि उषा देवी को उसके परिवार का सदस्य बताकर लाभ दिया गया है़
इंदिरा आवास फार्म पर जिस आवेदक की तस्वीर चिपकायी गयी थी़ वह तत्कालीन मुखिया ईंट चिमनी के मैनेजर अजय तिवारी की पत्नी की तस्वीर थी़ इस मामले में उषा देवी समेत मुखिया, पंचायत सचिव, अजय तिवारी व विजय तिवारी के विरूद्व मामला दर्ज किया गया था़ वहीं तीसरी प्राथमिकी मलदहिया गांव के बाबू लाल के आवेदन पर की गयी है़
जिसमें आरोप है कि उर्मिला देवी को आमोद राम की पत्नी बताकर लाभ दिया गया है़ जबकि उर्मिला देवी उसकी मां का नाम है और जिसकी तस्वीर चिपकायी गयी थी वह न तो इसकी मां है और न ही इसकी पत्नी है़ इस मामले में इसकी सुनवाई वर्तमान में लोकायुक्त के यहां चल रही थी़ इस मामले में सरकारी धन राशि गबन करने का आरोप लगाते हुए तत्कालीन बीडीओ मनोज कुमार, पंचायत सचिव, पर्यवेक्षक, मुखिया एवं ग्रामीण बैंक चमुआ के प्रबंधक व कैशियर पर मामले को सत्य पाते हुए इन्हे गिरफ्तार करने का आदेश निर्गत हुआ है़
इस संबंध में एसडीपीओ अमन कुमार ने बताया कि जांच के दौरान मामला सत्य पाया गया है़ बहुत जल्द ही इनकी गिरफ्तारी की जाएगी़ केस के अनुसंधानक अमीर कुमार ने बताया कि तत्कालीन पर्यवेक्षक अनवार अहमद मौजूदा समय में सिकटा के बीडीओ हैं. इस संदर्भ में सिकटा बीडीओ अनवार अहमद से बात करने की कोशित की गयी तो वह मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे.
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