चंपारण यात्रा . वीटीआर में नीतीश ने की जंगल सफारी, दो दिवसीय दौरे का हुआ समापन
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प्राकृतिक सौंदर्य काे सीएम ने सराहा
चंपारण यात्रा . वीटीआर में नीतीश ने की जंगल सफारी, दो दिवसीय दौरे का हुआ समापन बगहा/वाल्मीकिनगर : वाल्मीकिनगर के प्राकृतिक छटा को देखने के बाद मुख्यमंत्री रविवार की शाम वापस लौट गये. इस बीच उन्होंने ना केवल यहां के नदियों,ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों एवं जंगली जानवरों का निरीक्षण किया. बल्कि उनके विकास के बारे […]
बगहा/वाल्मीकिनगर : वाल्मीकिनगर के प्राकृतिक छटा को देखने के बाद मुख्यमंत्री रविवार की शाम वापस लौट गये. इस बीच उन्होंने ना केवल यहां के नदियों,ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों एवं जंगली जानवरों का निरीक्षण किया. बल्कि उनके विकास के बारे में जल संसाधन विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों से बात की. अपने दो दिवसीय दौरे पर शनिवार की शाम वाल्मीकिनगर पहुंचे मुख्यमंत्री ने वन विभाग के जंगल कैंप में रात्रि विश्राम किया. सुबह मुख्यमंत्री ने गेस्ट हाउस के उपरी छोर पर स्थित जंगल में मॉर्निंग वाक किया तथा जंगल के रास्ते ही यहां के धार्मिक स्थल जटाशंकर व कौलेश्वर स्थान मंदिर पहुंच कर वहां पूजा अर्चना की.
रास्ते में उन्होंने लगभग 600 मीटर लंबे केनोपी झूले का भी आनंद लिया.मुख्यमंत्री ने सैकड़ों वर्ष पुराने पीपल के पेंड को भी देखा जो एक कुटी पर स्थित है. इस दौरान वाल्मीकिनगर विधायक धिरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह,मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह,जिलाधिकारी बेतिया लोकेश कुमार सिंह,बगहा एसडीएम धर्मेंद्र कुमार,बगहा एसपी शंकर झा आदि उपस्थित रहें.
सीएम ने किया जंगल सफारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वन विभाग की खुली जीप पर सवार हो कर जंगल एवं जंगली जानवरों का आनंद लिया.वीटीआर के भेड़िहारी जंगल में सूबे के राजा की मुलाकात जंगल के राजा से हुयी कि नहीं इसका तो पता नहीं चला.लेकिन सीएम जंगल सफारी करते हुए काफी खुश दिखे.सीएम ने भेड़िहारी जंगल में स्थित ग्रास लैंड को भी देखा जिसे वन विभाग की ओर से बाघों के संरक्षण के लिए तैयार किया जा रहा है.वन विभाग के अधिकारियों ने सीएम को बताया कि ग्रास लैंड के विकास करने से जंगल में शाकाहरी पशुओं की संख्या बढ़ेगी जिससे बाघ को पर्याप्त मात्रा में भोजन मिलेगा तथा उसे अपने भोजन के लिए जंगल से बाहर नहीं जाना पड़ेगा.चारों ओर से जंगल से घिरे ग्रास लैंड पर मुख्यमंत्री ने चाय भी पी.
नाव में बैठकर किया नौका विहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोपहर का खाना गेस्ट हाउस में खाने के बाद नारायणी नदी में नौका विहार किया.मुख्यमंत्री के नौका विहार के लिए प्रशासन की ओर से तीन मोटरबोट मंगाये गये थे. सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ की टीम भी बुलायी गयी थी. लेकिन एन वक्त पर मुख्यमंत्री के सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने मोटरबोट से नौका विहार करने से मना कर दिया.तय हुआ कि मुख्यमंत्री लकड़ी की नाव से नौका विहार करेंगे.जिलाधिकारी के कहने पर वाल्मीकिनगर विधायक धिरेन्द्र प्रताप सिंह ने लकड़ी की नाव की व्यवस्था करवायी.जिस पर बैठकर मुख्यमंत्री ने नारायणी नदी में नौका विहार किया.
वाल्मीकिनगर में जंगल कैंप के पास मार्निंग वाक करते मुख्यमंत्री .
सीएम से मिली दलित महिलाएं , सौंपा ज्ञापन
सीएम के नौका विहार करने की जानकारी मिलते ही वाल्मीकिनगर पूर्वी कॉलोनी की दलित महिलाएं नदी के किनारे पहुंच गयी. लेकिन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव होने के कारण वे सीधे गेस्ट हाउस चले गये. नदी के किनारे खड़ी महिलाएं गेस्ट हाउस के गेट पर पहुंचकर सीएम से मिलने की जिद करने लगी. नौका विहार के लिए निकलने के वक्त सीएम उन महिलाओं से मिले और उनका ज्ञापन लिया. सीएम से मिलने पहुंची महिलाओं ने बताया कि वे दलित समाज से आती है. कॉलोनी में जो टंकी लगा है उससे उनको पानी नहीं मिल रहा. कुछ महिलाओं ने बेरोजगारी का हवाला देते हुए सीएम से नौकरी की भी मांग की तथा सिंचाई विभाग एवं वन क्षेत्र की भूमि पर वास करने वाले लोगों ने अपने लिए आवास की मांग की.
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