बक्सर : साइबर ठग भी ठगी के लिए अनुकूल माहौल के तलाश में रहते हैं. जिससे उस मौके का फायदा ठग आसानी से उठा सके. इन दिनों मैट्रिक व इंटर के रिजल्ट होने वाला है इसको लेकर साइबर ठगों ने स्वयं को बोर्ड का अधिकारी बता कर सामान्य लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय से सटे चुरामनपुर गांव में प्रफुल्ल कुमार के साथ हुआ लेकिन वह अपनी सूझबूझ से ठगी का शिकार होने से बच गये. सामान्य कॉलर की भांति मेरे मोबाइल पर अनजान 7632979817 नं बरसे कॉल आया. कॉलर की आवाज थी मैं पटना बोर्ड ऑफिस से शुभम राज बोल रहा हूं.
मैं बोर्ड ऑफिस में जहां रिजल्ट तैयार होता है वहीं पर काम करता हूं, आपका बच्चा जीव विज्ञान विषय में फेल कर गया है. उसे पास कर दिया जायेगा इसके लिए 10 हजार रुपये आपको खर्च करने होंगे. इतना सुनने के बाद अभिभावक ने उसे साइबर ठग भांप कर मोल भाव शुरू किया. सौदा 8 हजार रुपये में तय हुआ. सौदा तय होने के साथ ही लेन देन के लिए शुभम ने एक एसबीआइ का बैंक एकाउंट मुहैया कराया जिसका नंबर 36573607324 है. बोर्ड अधिकारी बना कॉलर ने इस खाते में शीघ्र रुपये डालने को कहा अन्यथा उसका काम नहीं हो सकेगा.
बावजूद घटना के एक दिन बाद अबतक पैसा नहीं डालने की जानकारी ली गयी. जानकारी देते हुए चुरामनपुर निवासी प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि मेरे मोबाइल उक्त नंबर से फोन आया रिसीव करने के साथ ही कॉलर ने सीधे अपने को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का अधिकारी बता बेटे को जीव विज्ञान विषय में फेल होने की सूचना दी. साथ ही उसे पास कराने के उपाय बताते हुए 10 हजार रुपये की मांग की. उसने बताया कि हमें ही रिजल्ट को अंतिम रूप देने है. मन मुताबिक अंक दे दिये जायेंगे.
इसके एवज में आपको 10 हजार रुपये खर्च करने होंगे. बच्चे को पास कराने के लिए मोलभाव अभिभावक ने शुरू किया और अंतत: 8 हजार रुपये से कम नहीं करने पर कॉलर अडिग हो गया. इतने देर की बातों से साइबर ठग का भान प्रफुल्ल को हो चुका था बावजूद ठग की अन्य जानकारी के लिए मोलभाव प्रफुल्ल ने शुरू किया. सौदा 8 हजार रुपये में तय होते ही कॉलर ने एसबीआइ का बैंक एकाउंट मुहैया कराया. जो शुभम राज के नाम से है एवं उसका नंबर 36573607324 है. उसने पैसे अबतक नहीं डालने के कारण की जानकारी के शुक्रवार को पुन: कॉल किया.