बक्सर (कोर्ट) : बक्सर कोर्ट ने चुरामनपुर के चर्चित पैक्स अध्यक्ष हत्याकांड मामले में आरोप गठित किया है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय द्वारा घनश्याम पांडेय पर आरोप गठित किया गया. इसको लेकर कोर्ट परिसर में सोमवार को काफी गहमागहमी का माहौल था. रामाशंकर पांडेय उर्फ झम्मन पांडेय हत्याकांड में अब तक सिर्फ घनश्याम पर ही आरोप गठित हुआ है. वहीं, फरार चल रहे घनश्याम पांडेय को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया था.
विदित हो कि चार जनवरी 2016 को औद्योगिक थाना क्षेत्र के चुरामनपुर गांव के पैक्स अध्यक्ष सह सरपंच पति झम्मन पांडेय की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.
घटना के वक्त वह अपने घर के पास स्थित दुकान पर खड़े थे. हत्या को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी फरार हो गये थे. इसे लेकर मृतक के छोटे भाई धनजी पांडेय द्वारा बक्सर के औद्योगिक थाने में शिवजी पांडेय, घनश्याम पांडेय उर्फ मंटू पांडेय, शेखर सुमन पांडेय उर्फ सीटू पांडेय, छोटू मिश्रा एवं लड्डू पांडेय को अभियुक्त बनाया गया था. इस हत्या के बाद से ही घनश्याम पांडेय फरार चल रहा था. पुलिस ने इस मामले में कुर्की जब्ती भी की थी. गिरफ्तारी के साथ ही कोर्ट ने घनश्याम पांडेय पर आरोप गठित कर दिया.
मृतक का चचेरा भाई है शिवजी पांडेय
पैक्स अध्यक्ष हत्याकांड में नामजद शिवजी पांडेय मृतक झमन पांडेय का चचेरा भाई है. झमन पांडेय के पिता स्वर्गीय अक्षय कुमार पांडेय व शिवजी के पिता राम अवतार पांडेय के बीच सहोदर भाई का रिश्ता है. यह परिवार गांव के रसूखदार परिवारों में शुमार है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि झमन पांडेय के पिता अक्षय कुमार पांडेय काफी दिनों तक वहां के सरपंच पद पर विराजमान रहे थे. वर्तमान में वहां की सरपंच झमन की पत्नी शशि प्रभा देवी हैं.
झमन पांडेय की हत्या उस वक्त की गयी थी जब वे गांव के ही चट्टी पर स्थित एक पान दुकान में पान खा रहे थे. हत्याकांड में चचेरा भाई शिवजी का नाम आने के बाद लोग स्तब्ध थे. ग्रामीणों का कहना है कि इनके बीच संपत्ति या जमीन-जायदाद को लेकर कोई विवाद नहीं था. राजनीतिक रूप से दोनों का छत्तीस का रिश्ता रहता था. पिछले पंचायत चुनाव में झमन की पत्नी सरपंच की तथा शिवजी की पत्नी मुखिया पद की उम्मीदवार थीं. जिसमें दोनों ने एक-दूसरे का समर्थन नहीं किया था.
हाल के दिनों में शिवजी ने बक्सर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था और उसमें जमानत जब्त हो गयी थी. इधर, झमन पांडेय की लोकप्रियता बढ़ने का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उनकी पत्नी सरपंच तथा वे खुद दोबारा पैक्स अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे. ऐसे में पंचायत चुनाव में प्रतिद्वंदिता को भी पुलिस ने अपनी तफ्शीश का हिस्सा बनाया था. इसका खुलासा होने अभी बाकी है.
चार जनवरी 2016 को दिनदहाड़े पैक्स अध्यक्ष झम्मन पांडेय की हुई थी हत्या