सुस्ती. जिले में अब तक महज 102 मीट्रिक टन ही हुई धान की खरीदारी
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धान खरीद में नमी बन रही बाधा
सुस्ती. जिले में अब तक महज 102 मीट्रिक टन ही हुई धान की खरीदारी जिले में धान खरीद की गति काफी धीमी है. पंजीकरण और धान में नमी होने के कारण धान की खरीद नहीं हो पा रही है. जिले में अब तक एक दिसंबर से 19 दिसंबर तक महज 102 मीटरिक टन ही धान […]
जिले में धान खरीद की गति काफी धीमी है. पंजीकरण और धान में नमी होने के कारण धान की खरीद नहीं हो पा रही है. जिले में अब तक एक दिसंबर से 19 दिसंबर तक महज 102 मीटरिक टन ही धान की खरीदारी हो सकी है. ऐसे में किसान औने-पौने दाम पर धान बिचौलियों को बेच रहे हैं. जिले में कई पैक्स ऐसे भी हैं, जहां पर एक छटांक धान की बोहनी भी नहीं हो पायी है.
बक्सर : धान खरीद को लेकर जिले में 96 पैक्स और सात व्यापार मंडलों को जिम्मा दिया गया है, जिनमें से कुछ ही पैक्स अब तक धान की खरीदारी कर पाये हैं. जिले में 85 पैक्स ऐसे हैं जिन्होंने अब तक नमी का बहाना बनाकर एक भी छटांक धान की खरीद नहीं की है. धान की खरीद नहीं होने से किसान परेशान हैं. ऐसे में औने-पौने दाम पर धान बेचने को किसान मजबूर हैं. जिले में 17 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से महज 102 मीटरिक टन ही 20 दिन बीत जाने के बाद धान की खरीदारी हो पायी है. जिला सहकारिता पदाधिकारी का कहना है कि जिले में धान खरीद के पीछे नमी सबसे बड़ा बाधक है.
वहीं, पंजीकरण नहीं करानेवाले किसानों का धान नहीं खरीदा जा पा रहा है. जो किसान पंजीकरण नहीं करायेंगे, उनको धान बेचने में परेशानी होगी.
3663 किसानों ने कराया अब तक पंजीकरण : धान खरीद को लेकर 3663 किसानों ने पंजीकरण कराया है. पंजीकरण की भी गति काफी धीमी है. किसानों द्वारा पंजीकरण सही ढंग से भी नहीं किया गया है. जब तक पंजीकरण नहीं होगा किसानों के धान खरीद नहीं हो सकेगी. पंजीकरण को लेकर किसान को को-ऑपरेटिव की बेवसाइट पर पंजीकरण कराना होगा. इसके साथ ही मोबाइल नंबर, पहचान पत्र, भूस्वामी प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक देना होगा.
बिचौिलयों के हाथ किसान बेच रहे धान
केंद्र के बाहर पड़ा धान. (फाइल फोटो)_
856 रजिस्ट्रेशन की हुई जांच, 444 हुए गलत
अब तक 3663 किसानों ने अपना पंजीकरण कराया है, जिसमें से 856 पंजीकरण की जांच की गयी. जांच के दौरान 444 रजिस्ट्रेशन अमान्य पाये गये. कई किसानों के कागजात की फोटो कॉपी और फोटो का मिलान किया गया, तो कई तरह की असामनता पायी गयी. उन्होंने कहा कि किसान बसुधा केंद्र, साइबर कैफे पर भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. उनके द्वारा जो भी कागजात जमा किये जा रहे हैं वो पूरी तरह उस किसानों से मेल नहीं कर रहे हैं.
अजय कुमार अलंकार ,जिला सहकारिता पदाधिकारी
नमी की बात कह कर नहीं ले रहे हैं धान
धान की खरीद नहीं हो पा रही है. पैक्सवाले नमी की बात कह धान नहीं ले रहे हैं. अब समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें.
विंध्याचलपांडेय, पांडेयपट्टी निवासी
कब तक खलिहान में धान की रखवाली करें
धान की खरीदारी नहीं होने से सभी किसान परेशान हैं. ऐसे में कुछ समझ में नहीं आ रहा है. पैक्स में नमी की बात कही जा रही है. कितने दिनों तक धान की ढेरी की रखवाली की जाये.
प्रियव्रत सिंह, केसठ निवासी
कोई खरीद नहीं रहा
धान तैयार है, लेकिन खरीदारी नहीं होने से खराब होते जा रहा है. धान को चेक करने के लिए पैक्स में ले गये थे, तो पता चला कि धान में 22 प्रतिशत से ज्यादा नमी है. अब ऐसे में कोई भी पैक्स धान नहीं खरीद रहा है.
अरिवंद कुशवाहा, केसठ निवासी
बक्सर : जिले में धान की खरीदारी नहीं होने के कारण इटाढ़ी के किसान भाजपा नेता रामनाथ के नेतृत्व में 23 को धरना देंगे. धरना इटाढ़ी प्रखंड मुख्यालय पर दिया जायेगा. धरना में क्षेत्र के किसानों के साथ ही भाजपा नेता भी शामिल होंगे. इस संबंध में बताते हुए भाजपा नेता रामनाथ ने कहा कि सरकार के रवैये से किसान आज अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं. सरकार के एक दिसंबर से धान खरीद के निर्णय के 20 दिन बीतने के बाद भी जिले के किसानों से धान की खरीद नहीं की जा सकी है. इस बात को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष भी उठाया गया. बावजूद कोई नतीजा अबतक नहीं निकला है. किसान अपनी फसलों को बेचने के लिए परेशान हैं, पर राज्य के मुखिया निश्चय यात्रा करने में मशगूल हैं. किसानों की समस्या से उनका कोई सरोकार नहीं है. इस संबंध में राजपुर विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी रामनाथ राम ने बताया कि कई बार जिला प्रशासन से धान क्रय को लेकर कहा गया. बावजूद इस पर जिला प्रशासन ने कोई पहल नहीं की.
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