बक्सर : जिला पर्षद अध्यक्ष की कुरसी पर पुन: अक्षयवर यादव काबिज हो गये. समाहरणालय कक्ष में मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में दोनों पक्षों में दस-दस वोट पड़े, जिसके बाद लॉटरी निकाल कर फैसला किया गया. लॉटरी में अक्षयवर यादव की कुरसी बरकरार रह गयी.
जानकारी के अनुसार पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला पर्षद सदस्य समय से पहले समाहरणालय कक्ष में जुट गये थे.अविश्वास प्रस्ताव पर जब वोटिंग हुई, तो तीन सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग कर दी, जिसके कारण फैसला फिर अक्षयवर यादव के पक्ष में चला गया. जानकारी के अनुसार पूर्व में कुल 11 सदस्यों ने हस्ताक्षर कर अविश्वास प्रस्ताव लाया था,
जिसमें अरविंद प्रताप शाही उर्फ बंटी शाही, गामा पहलवान, आशा पंडित, संजय ततवा,सोनू सिंह, कविता मिश्रा, मोहन पासवान, बहेतरी देवी, शोभा देवी, मीना देवी समेत डॉ मनोज यादव शामिल थे. आज हुई वोटिंग में विपक्ष की ओर से कम सदस्य थे, पर डॉ मनोज यादव और मीरा देवी व पुष्पा देवी समेत दस सदस्यों ने अक्षयवर यादव के पक्ष में मतदान कर दिया, जिसमें डॉ मनोज यादव और मीरा देवी ने क्रॉस वोटिंग की. जिसके कारण मामला पलट गया.
इस बीच दुबारा चुने गये जिला पर्षद अध्यक्ष अक्षयवर यादव का कहना है कि लोकतंत्र की जीत हुई है और विरोधी खेमे के लोगों को सबक मिली है.अविश्वास प्रस्ताव धर्म और अधर्म के बीच की लड़ाई थी, जिसमें धर्म की जीत हुई है. उन्होंने जिलावासियों समेत साथ देनेवाले सभी जिला पार्षदों के प्रति आभार जताया है.
इस संबंध में चौगाईं जिला पर्षद सदस्य अरविंद प्रताप शाही उर्फ बंटी शाही ने आरोप लगाया है कि जिला पार्षद पुष्पा देवी के पति कमलेश राय ने साथ देने का वादा किया था, मगर पैसे के दबाव में पुष्पा देवी भी विपक्षी के साथ हो गयीं. उन्होंने कहा कि अगर सही ढंग से सदस्य फैसला लेते, तो लॉटरी निकालने की जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करनेवाले सभी जिला पार्षदों के प्रति आभार जताया है.