संवाददाता,बक्सर
सीएमआर(कस्टम मिल्ड राइस) का चावल गबन करने के आरोप में एसएफसी के जिला प्रबंधक आलोक कुमार ने बुधवार को कुल 16 राइस मिलरों के खिलाफ विभिन्न थानों में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके पूर्व जिले के 14 राइस मिलरों के खिलाफ गबन को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इस प्रकार अब तक पूरे जिले में 30 राइस मिलरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के साथ ही खलबली मच गयी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2011-12 में जिले के मिलरों को धान दिया गया था. धान का चावल बना कर सीएमआर एफसीआइ को जमा करना था. परंतु प्रशासन के लाख प्रयास और चेतावनी के बाद राइस मिलरों ने एफसीआइ को सीएमआर जमा नहीं कर सरकार का करोड़ों रुपया गबन कर लिया. गबन को लेकर एसएफसी के जिला प्रबंधक ने 16 मिलरों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है. एसएफसी के प्रबंधक ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी में चौसा प्रखंड के अखौरी गोला स्थित मां कामख्या मिनी राइस मिल के मालिक सुरेश प्रसाद पर सीएमआर का 44 लाख 49 हजार 728 रुपया गबन करने का आरोप है. उन्होंने बताया कि बक्सर के बड़का नुआंव स्थित अनु राइस मिल के मालिक अखिलेश राय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इन पर 41 लाख 19 हजार 476 रुपया गबन का आरोप है. चौसा स्थित सैनिक मिनी राइस मिल के मालिक भोला सिंह पर 37 लाख 27 हजार 249 रुपया सीएमआर का गबन करने का आरोप है. चौसा के यादव मोड स्थित सरस्वती मिनी राइस मिल के मालिक बेचू सिंह पर 37 लाख 17 हजार 203 रुपया गबन का आरोप है. बक्सर के लालगंज स्थित चंद्रामोती राइस मिल के मालिक गोवर्धन प्रसाद पर 36 लाख 27 हजार 792 रुपया गबन का आरोप है. डुमरांव के पुराना भोजपुर स्थित चंदन मिनी राइस मिल के मालिक बबन चौधरी पर 34 लाख 21 हजार 915 रुपया सीएमआर का बकाया है. औद्योगिक क्षेत्र स्थित शिवजी राइस मिल के मालिक जयराज चौधरी पर 34 लाख 2 हजार 84 रुपया गबन का आरोप है. औद्योगिक क्षेत्र स्थित शंकर मिनी राइस मिल के मालिक हरेंद्र सिंह पर 33 लाख 78 हजार 262 रुपया सीएमआर का गबन करने का आरोप है.