Bihar News: बिहार, झारखंड, पंजाब, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश व जम्मू आदि राज्यों में फैले आर्म्स सप्लायर गिरोह का खुलासा हुआ है. इसमें खतरनाक बात यह है कि गिरोह में देश के सीमा की रक्षा करने वाला बीएसएफ का हेड कांस्टेबल सहित अन्य शामिल हैं. मामले में झारखंड एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड (एटीएस) ने पंजाब के फिरोजपुर से बीएसएफ 116 बटालियन के हेड कांस्टेबल कार्तिक बेहरा को पकड़ा है. यह झारखंड का निवासी है. इसके जिम्मे बीएसएफ के कोत (जहां हथियार रहता है) का प्रभार भी था. वहीं गिरोह के तीन लोगों कुमार गुरलाल ओचवारे, शिवलाल धवल और हिरला गुमान सिंह ओचवारे को महाराष्ट्र के बुलाढाणा जिले से गिरफ्तार किया गया है.
ये तीनों मध्यप्रदेश के बुराहनपुर के रहनेवाले हैं. तीनों की निशानदेही पर 14 पिस्टल और 21 मैगजीन बरामद किया गया. सभी पिस्टल सेमी ऑटोमेटिक है. कार्तिक बेहरा की निशानदेही पर पंजाब के फिरोजपुर स्थित टीएचक्यू कैंपस से 8003 गोलियां, खोखा, डेटोनेटर व मैगजीन आदि बरामद किया गया है. यह गिरोह अब तक सिर्फ झारखंड में करीब 10 हजार राउंड गोली और हथियार की सप्लायी सुजीत सिन्हा और अमन साहू गिरोह के अलावा नक्सलियों को कर चुका है. बिहार में इस गिरोह ने हथियारों की सप्लाइ की है. गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस को यह भी बताया है कि वे लोग महाराष्ट्र के बुलढाणा जिला के सीमावर्ती इलाके में मिनी गन फैक्ट्री में हथियार बनाने का काम करते थे.
सारण के सोनपुर से गिरफ्तार हुआ था अरुण
अफसरों ने बताया कि कुछ दिनों पहले सारण जिले के सोनपुर से गिरफ्तार अरुण कुमार सिंह (बीएसएफ के 116 बटालियन से वीआरएस ले चुका है) ने पूछताछ में अहम जानकारी दी थी. इसी अधार पर कार्तिक और अन्य तीनों को पकड़ा गया. अरुण की निशानदेही पर 909 गोलियां बरामद की गयी थीं.
पहले ही पकड़े जा चुके हैं बिहार के चार लोग
एटीएस ने मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें पूर्व में जम्मू के सीआरपीएफ 182 बटालियन का आरक्षी अविनाश कुमार सिंह उर्फ चुन्नू (बिहार के गया निवासी), ऋषि कुमार (सालिमपुर, पटना), पंकज कुमार सिंह (सकरा, मुजफ्फरपुर), बीएसएफ से वीआरएस ले चुका अरुण कुमार सिंह (छपरा, बिहार) को पकड़ा जा चुका है.
Posted by: Radheshyam kushwaha