भागलपुर, गौतम वेदपाणि: केंद्र सरकार ने पीएम श्री स्कूल (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) नामक एक नयी केंद्र प्रायोजित योजना को मंजूरी दी. हर जिले के प्रति ब्लॉक व शहरी स्थानीय निकाय में अधिकतम दो स्कूलों (एक प्राथमिक और एक माध्यमिक/उच्च माध्यमिक) का चयन किया जायेगा. ऐसे में भागलपुर जिला के 16 प्रखंड व नगर निगम क्षेत्र में दो-दो सरकारी विद्यालयों के चयन होगा.
जिले के कुल 34 स्कूलों को उन्नत कर पीएम श्री स्कूल बनाया जायेगा. पीएम श्री स्कूलों के चयन और निगरानी के लिए स्कूलों की जियो-टैगिंग की जायेगी. इस योजना से 18 लाख से अधिक छात्रों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है. इस योजना को वित्तीय वर्ष 2026-27 तक पूरा किया जायेगा. शिक्षा मंत्रालय के अनुसार पूरे देश में 14500 से अधिक स्कूलों का चयन कर पीएम श्री स्कूलों के रूप में विकसित किया जायेगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पीएम श्री स्कूलों के आसपास के अन्य स्कूलों को सहायता व मार्गदर्शन भी प्रदान किया जायेगा.
पीएम श्री स्कूल को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा. यहां सौर पैनल और एलइडी लाइट, प्राकृतिक खेती के साथ पोषण उद्यान, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक मुक्त, जल संरक्षण और जल संचयन, पर्यावरण की सुरक्षा से संबंधित परंपराओं/ प्रथाओं का अध्ययन, जलवायु परिवर्तन से संबंधित हैकथॉन और जैविक जीवन शैली को अपनाने के लिए जागरूकता जैसे पर्यावरण-अनुकूल पहलुओं को शामिल किया जायेगा. इन स्कूलों में अपनाया गया शिक्षाशास्त्र अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, खेल/खिलौना आधारित विशेषकर, प्राथमिक वर्षों में उत्सुकता आधारित, खोज-उन्मुख, शिक्षार्थी-केंद्रित, चर्चा-आधारित, लचीला और मनोरंजक होगा. प्रत्येक कक्षा में प्रत्येक बच्चे के सीखने के परिणामों पर ध्यान दिया जायेगा. सभी स्तरों पर मूल्यांकन वैचारिक समझ, वास्तविक जीवन स्थितियों में ज्ञान के अनुप्रयोग और योग्यता पर आधारित होगा.
शिक्षकों और छात्रों के बीच भाषा की बाधाओं को पाटने में मदद करने के लिए तकनीकी उपायों का उपयोग करते हुए मातृभाषा को शिक्षा के माध्यम के रूप में प्रोत्साहित करना. डिजिटल शिक्षा शास्त्र का उपयोग करने के लिए आइसीटी, स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल लाइब्रेरी. पीएम श्री स्कूलों को शत-प्रतिशत आइसीटी, स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल पहल के तहत कवर किया जायेगा. स्थानीय उद्योग के साथ इंटर्नशिप/उद्यमिता के अवसरों को बढ़ाया जायेगा.
पीएम श्री स्कूलों का चयन चैलेंज मोड के माध्यम से किया जायेगा. इसमें विभिन्न स्कूल अनुकरणीय स्कूल बनने हेतु सहायता प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे. स्कूलों को ऑनलाइन पोर्टल पर स्वयं आवेदन करना होगा. इस योजना के पहले दो वर्षों के दौरान, इस पोर्टल को वर्ष में चार बार, यानी प्रत्येक तिमाही में एक बार खोला जायेगा.