129 क्रय केंद्रों में से अभी तक मात्र 12 क्रय केंद्रों द्वारा ही खरीदा गया धान
आरा : भोजपुर जिले में धान की खरीदारी के मामले में एक माह चले ढाई कोस की कहावत चरितार्थ हो रही है. जिले में धान की खरीदारी को एक माह पूरा हो गया, लेकिन स्थिति अभी शून्य से कुछ ही कदम आगे बढ़ पायी है. जिले में धान की खरीदारी का लक्ष्य एक लाख ग्यारह हजार मीटरिक टन निर्धारित है. एक माह में जिले में महज 369.40 मीटरिक टन ही धान की खरीदारी हो पायी है. ऐसे में लक्ष्य हासिल करने पर भी सवाल खड़ा होने लगा है.
धान की खरीदारी में तेजी नहीं आने से किसान भी काफी परेशान हैं. जानकारी के अनुसार जिले में 129 क्रय केंद्र सक्रिय हैं और दो दिनों में 10 और क्रय केंद्रों को शुरू कर दिया जायेगा. स्थिति यह है कि 129 क्रय केंद्रों में से अभी तक मात्र 12 क्रय केंद्रों द्वारा ही धान की खरीदारी की गयी है. वहीं 117 क्रय केंद्रों पर बोहनी तक नहीं हुई है. वहीं दूसरी तरफ धान की खरीदारी में तेजी नहीं आने से किसान मारे – मारे फिर रहे हैं. धान तैयार कर खलिहान में पड़ा हुआ है. लाचारी में किसान खुले बाजार में औने – पौने दाम पर अपना धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं. तरारी प्रखंड के सारा गांव के किसान रंजीत सिंह उर्फ काली ने बताया कि कई दिनों से धान बेचने के लिए कई दिनों से क्रय केंद्र पर जा रहे हैं. धान में नमी बता कर नहीं खरीदा गया. मोआपकला के रामजी सिंह ने बताया कि यहां तो अभी क्रय केंद्र खुला ही नहीं है, जिससे खुले बाजार में धान बेचना पड़ रहा है.
मात्र 48 किसानों का ही खरीदा गया एक माह में धान : कहने को तो जिले में 12 हजार 233 किसानों का रजिस्ट्रेशन धान की खरीदारी के लिए हुआ है. किसानों की संख्या इतनी अधिक होने के बावजूद एक माह में मात्र 48 किसानों का ही धान क्रय केंद्रों पर लिया गया है.
काफी संख्या में किसान क्रय केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. धान में नमी को लेकर किसानों को कर दिया जा रहा है चलता : मौसम की मार की वजह से किसानों को काफी परेशानी हो रही है. मौसम के कारण धान में नमी की मात्रा कम नहीं हो रही है और नमी का हवाला देकर ही किसानों को क्रय केंद्र से चलता कर दिया जा रहा है. सरकारी मापदंडों के अनुसार धान में नमी की मात्रा अधिकतम 17 प्रतिशत तक ही मान्य है. बताया जा रहा है कि किसानों के धान में नमी की मात्रा 20 से 22 फीसदी तक पायी जा रही है. उसमें भी हार्वेस्टर के धान में नमी की मात्रा ज्यादा है.
किस प्रखंड में कितने क्रय केंद्रों पर हुई खरीदारी
संदेश-तीन,
जगदीशपुर-तीन
पीरो-दो
उदवंतनगर-दो
सहार-एक
तरारी-एक
क्या कहते हैं पदाधिकारी
धान में नमी के कारण खरीदारी की गति धीमी पड़ी हुई है. मौसम साफ होने से नमी कम होगी, इसके बाद खरीदारी में तेजी संभव है. अगले माह में 10 दिनों के बाद खरीदारी में काफी तेजी आयेगी.
मनोज कुमार सिंह,जिला सहकारिता पदाधिकारी